Move to Jagran APP

टैंकर की जगह टंकी से पानी भर सकेंगे वार्डवासी, योजना को जमीन पर उतारने की कवायद शुरू

शहर के सभी वार्डों में पंप व टंकी लगाने की कवायद शुरू। नगर विकास मंत्री की अध्यक्षता में लिया गया था निर्णय। दो लाख रुपये प्रति वार्ड के हिसाब से खर्च किए जाएंबे।

By Ajit KumarEdited By: Published: Sat, 25 May 2019 10:01 AM (IST)Updated: Sat, 25 May 2019 10:01 AM (IST)
टैंकर की जगह टंकी से पानी भर सकेंगे वार्डवासी, योजना को जमीन पर उतारने की कवायद शुरू
टैंकर की जगह टंकी से पानी भर सकेंगे वार्डवासी, योजना को जमीन पर उतारने की कवायद शुरू

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। पेयजल संकट का सामना कर रहे लोगों को पानी के लिए अब टैंकर के आने का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। वार्ड में ही स्थापित टंकी से उन्हें दिनभर पानी भरने की सुविधा मिलेगी। इसके लिए शहर के सभी वार्डों में एक-एक मिनी पंप के साथ टंकी स्थापित की जाएगी। इस पर प्रति वार्ड दो लाख के हिसाब से 98 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। नगर विकास मंत्री सुरेश कुमार की अध्यक्षता में पिछले दिनों ही बैठक में लिए गए फैसले के आलोक में निगम ने योजना को जमीन पर उतारने की कवायद शुरू कर दी है। 

loksabha election banner

  नगर आयुक्त संजय दूबे ने बताया कि अल्प अवधि का टेंडर निकाला गया है। 15 जून तक योजना को जमीन पर उतारने का लक्ष्य लेकर काम किया जा रहा है, ताकि पेयजल किल्लत का सामना कर रहे लोगों को अस्थायी राहत दी जा सके।

शहर में 627 की जगह मात्र 101 किमी पाइपलाइन

शहरवासियों के घरों तक निगम पानी पहुंचाने में विफल साबित हो रहा है। कारण, शहर के अधिकतर इलाकों में पाइपलाइन नहीं बिछी है। इससे निगम द्वारा लोगों के घरों तक जलापूर्ति नहीं हो पा रही है। नगर आयुक्त संजय दूबे ने कहा कि शहर के सभी घरों में पानी पहुंचाने के लिए 627 किमी पाइपलाइन चाहिए। लेकिन, मात्र 101 किमी पाइपलाइन ही बिछी है। 525 किमी बिछाने की जरूरत है, ताकि हर घर तक पानी पहुंच सके।

  उन्होंने कहा कि बुडको द्वारा एशियन डेवलपमेंट बैंक की सहायता से 3.80 करोड़ की जलापूर्ति योजना शहर के लिए बनी है। काम चल रहा है। योजना के जमीन पर उतरने के बाद शहरवासियों को पेयजल संकट से पूरी तरह से मुक्ति मिल जाएगी। इसमें अभी समय लगेगा इसलिए अस्थायी व्यवस्था के तहत अन्य उपाय किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि दर्जन भर स्टील टैंकरों की खरीद की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। निगम स्वयं खराब चापाकलों की मरम्मत कर रहा है। अब तक 43 खराब चापाकलों की मरम्मत कराई जा चुकी है।

लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.