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नहीं चाहिए कृषि अनुदान, नीलगाय से मुक्ति दिलाएं मुख्यमंत्री

कृषि अनुदान नहीं चाहिए। नीलगाय से मुक्ति चाहिए। सरैया प्रखंड की मनिकपुर पंचायत में चौपाल में किसानों ने उक्त बातें कहीं। मुख्यमंत्री के सरैया आने का कार्यक्रम रद होने का उनको मलाल भी था।

By JagranEdited By: Published: Tue, 24 Dec 2019 02:44 AM (IST)Updated: Tue, 24 Dec 2019 06:13 AM (IST)
नहीं चाहिए कृषि अनुदान, नीलगाय से मुक्ति दिलाएं मुख्यमंत्री
नहीं चाहिए कृषि अनुदान, नीलगाय से मुक्ति दिलाएं मुख्यमंत्री

मुजफ्फरपुर। कृषि अनुदान नहीं चाहिए। नीलगाय से मुक्ति चाहिए। सरैया प्रखंड की मनिकपुर पंचायत में चौपाल में किसानों ने उक्त बातें कहीं। मुख्यमंत्री के सरैया आने का कार्यक्रम रद होने का उनको मलाल भी था। वे सीएम के समक्ष अपनी समस्या रखना चाहते थे। उन्होंने कहा कि पहली बार ऐसा हुआ है कि गेहूं से अधिक कीमत मक्के की है। इसका कारण नीलगाय को ही बताया। कहा कि नीलगाय के आतंक से मनिकपुर सहित पूरे सरैया प्रखंड के किसानों ने मक्के की खेती करना छोड़ दिया है। इससे ही मक्के की कीमत अधिक हो गई है। सब्जी की खेती भी किसानों ने छोड़ दी है।

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दैनिक जागरण द्वारा आयोजित चौपाल में किसानों ने कहा कि वैशाली जिले में शूटर ने नीलगाय को मारा, लेकिन यहां अब तक अभियान शुरू नहीं हुआ है। इसके साथ ही किसानों के सामने सिंचाई की भी गंभीर समस्या है। पंचायत में मात्र एक राजकीय नलकूप है। वह भी जीर्णशीर्ण अवस्था में। निजी पंपसेट पर ही सिंचाई निर्भर है। इससे डेढ़ सौ रुपये प्रति घटा की दर से सिंचाई करनी पड़ती है। मनिकपुर चौर में जल निकासी भी परेशानी बनी है। 1000 एकड़ खेतों में रबी फसल की बुआई नहीं हुई है। इसका मुख्य कारण जल निकासी की समस्या है। किसानों ने कहा कि दो माह पहले गेहूं के अनुदानित बीज के लिए ऑनलाइन आवेदन किया, लेकिन उपलब्ध नहीं हो सका। कृषि अनुदान में भी यह क्षेत्र पिछड़ा रहा। मनिकपुर चौक पर गोलंबर का मामला भी उठाया। कहा एनएच व एसएच दोनों को जोड़ने वाले मनिकपुर चौराहे पर आएदिन दुर्घटना होती रहती है। तीन साल में दस लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं दर्जनों लोग जख्मी हो चुके हैं। विकास के प्रति लोगों ने कहा कि प्रखंड मुख्यालय से सटी पंचायत होने से विकास हुआ है। दस साल मंजू देवी मुखिया रहीं। वहीं, अब उनके पति मुखिया हैं।

ये रखीं मुख्य मांगें : किसानों ने चौपाल में मुख्यरूप से तीन मागें रखीं। इसमें नीलगाय से मुक्ति, मनिकपुर चौक पर गोलंबंर और मनिकपुर चौर की जल निकासी सुविधा।

चौपाल में ये लोग हुए शामिल : पैक्स अध्यक्ष जय किशोर राय, पंचायत समिति सदस्य महेश्वर पासवान, उप मुखिया रूपेश कुशवाहा, राजदेव राय, उमेश शाह, जितेंद्र कुमार, रंजन कुमार, राजू कुमार शाह, रघुनाथ ठाकुर, चुल्लाई राय, अभिमन्यु कुमार, संतोष कुमार, बलिराम पासवान, मनोज कुमार, दिलीप कुमार, बृजमोहन सहनी, सुबोध कुमार, हरेंद्र राय, रामचंद्र साह, रामसागर राय, अनिरुद्ध राय, हरदेव महतो, राजेंद्र साह, सोनेलाल राय, एकबाली राय, पहलाद सहनी, संतु राम, गंगा भगत, परमेश्वर सिंह, राजू रावत, विष्णु देव राय, रामा पासवान आदि।

सभी क्षेत्रों में कराए जा रहे विकास कार्य : मुखिया दिलीप राय ने कहा कि पंचायत के सभी क्षेत्रों में विकास कार्य कराए जा रहे हैं। पीसीसी सड़क, सोलिंग गली. नल-जल योजना, पेंशन, आवास योजना का लाभ दिलाया गया। जल-जीवन-हरियाली के तहत पोखर व सोख्ता का निर्माण हुआ है। नीलगाय से मुक्ति व रेवा घाट पर शव दाह गृह जरूरी है। कबीर अंतेष्टि की राशि समय पर नहीं मिलती है। सामाजिक सुरक्षा पेंशन बंद है। आवास योजना पंचायत में पूरी हो गई है। आने वाले दो वर्षो में शेष कार्य पूरे कराए जाएंगे। 2006 में पंचायत की मुखिया मेरी पत्‍‌नी मंजू देवी बनी थीं। उस समय जो अधिकार मिले थे उनमें अब कुछ कटौती हुई है। पंचायत एक नजर में

जनसंख्या - 12198

मतदाता - 7000

वार्ड - 13

पंचायत समिति पद - 01

जन वितरण प्रणाली - 04

प्राथमिक विद्यालय - 05

मध्य विद्यालय - 03

उच्च विद्यालय - 01

बालिका उच्च विद्यालय - 01

प्लस टू विद्यालय - 01

पेंशनधारक - 1250

आगनबाड़ी केंद्र - 13

पीसीसी निर्माण कार्य - 2500 फीट

सोलिंग कार्य - 1500 फीट


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