शौचालय निर्माण कराने के बाद भी लाभुकों के खाते में नहीं जा रही राशि
मुजफ्फरपुर-दरभंगा मुख्य मार्ग स्थित में इब्राहिमपुर बेरूआ बोल रही हूं। असिया चोरनिया कारीचक को मिलाकर मेरा सृजन हुआ।
मुजफ्फरपुर। मुजफ्फरपुर-दरभंगा मुख्य मार्ग स्थित में इब्राहिमपुर बेरूआ बोल रही हूं। असिया, चोरनिया, कारीचक को मिलाकर मेरा सृजन हुआ। कई स्वतंत्रता सेनानी व वरीय पदाधिकारी मेरी गोद में पलकर बड़े हुए। स्वास्थ्य, शिक्षा समेत मूलभूत सुविधाओं का दंश झेल रही इस पंचायत में हद तक विकास हुआ है। पंचायत क्षेत्राधिकार से बाहर के कार्य हेतु लोगों को काफी परेशानी होती है। बेरूआ में उच्च विद्यालय नहीं होने से छात्र- छात्राओं को पांच किमी की दूरी तय करनी पड़ती है। हालांकि चोरनिया में हाईस्कूल है। हाल के दिनों में अपराधी घटनाओं में बढ़ोतरी लोगों में दहशत पैदा कर रही है। उक्त बातें ग्रामीणों ने दैनिक जागरण द्वारा आयोजित चौपाल में कहीं। सात निश्चय योजना का कार्य पूर्ण होने को है। 6 वार्ड में नल जल का काम हो चुका है। शौचालय निर्माण की राशि लाभुकों के खाते में नहीं जा रही है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि प्रखंड स्वच्छता कार्यालय में दो हजार दिए बगैर लाभुकों के खाते में पैसा नहीं जा रहा है। विभागीय त्रुटि के कारण दो सौ सामाजिक सुरक्षा पेंशन लाभुकों के खाते में पैसे नहीं जा रहे हैं। अब किसानों की मुख्य समस्या नीलगाय, जंगली सुअर, सियार परेशानी का सबब बन गया है। लगभग 300 किसानों का प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना का लाभ लंबित है। स्वास्थ्य उप केंद्र सप्ताह में एक या दो दिन ही खुलता है। परिणामस्वरूप लोगों को नीम- हकीम के इलाज में रहने की विवशता है। सड़क व बिजली में सुधार व पंचायत सरकार भवन जहा सुखद अनुभूति है, वहीं कारी चक से बेरूआ जाने वाली सड़क दुर्गमता की सारी हदें पार कर चुकी हैं। आए दिन वाहन चालक इसके शिकार हो रहे हैं। वही बेरूआ से चोरनिया तक जाने वाली सड़क एकदम जर्जर हो चुकी है।
चौपाल में हुए शामिल :रामटहल राय, रामबाबू राय, गिरधर सिंह, पारस सिंह, गुरुचंद्र राय, रविंदर सिंह, भोला सहनी, अंजनी कुमार ठाकुर, विजय कुमार सिंह, बेचन सहनी, सुभाष सिंह, अशर्फी सहनी, रेखा देवी, आरती देवी आदि।
बिना भेदभाव कर रहीं विकास
मुखिया उषा देवी ने कहा कि पंचायत में विकास का कार्य सभी वगरें के बीच न्याय के साथ बिना भेदभाव के कर ही हूं। जनता की आकाक्षाओं पर हमेशा प्रयासरत रहती हूं। पंचायत में जो कार्य व समस्या लंबित है, उसे जल्दी ही पूरा कर लिया जाएगा। क्षेत्राधिकार से बाहर की समस्याओं के निदान हेतु भी संघर्षरत हैं।