फार्मासिस्टों की कमी बन रही दवा व्यवसायियों के लिए समस्या Muzaffarpur News
आंदोलन की राह पर संघ। सरकार करे पहल वरना एक सितंबर से अनिश्चितकालीन बंद। निकालेंगे जुलूस। सरकार से आग्रह के बावजूद कोई समाधान नहीं निकल पाया है।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। एक तरफ खुदरा दवा दुकानों में फार्मासिस्ट की अनिवार्यता तो दूसरी तरफ प्रदेश में दवा दुकानों की अपेक्षा फार्मासिस्टों की उपलब्धता में कमी, दवा व्यवसायियों के लिए परेशानियों का सबब बन रही है। इसके निराकरण के लिए मुजफ्फरपुर केमिस्ट्स एंड ड्रगिस्ट्स एसोसिएशन द्वारा कई बार केंद्र व राज्य सरकार से किए गए आग्रह के बावजूद कोई समाधान नहीं निकल पाया है। इससे उनमें रोष है।
एसोसिएशन अध्यक्ष रंजन कुमार साहु व सचिव संजीव कुमार चौधरी ने कहा है कि कानून के नाम पर विभागीय पदाधिकारियों द्वारा दवा दुकानदारों को फार्मासिस्ट की उपलब्धता सुनिश्चित करने के नाम पर भयादोहन और प्रताडि़त किया जा रहा है। इसके विरोध में एसोसिएशन ने 1 जुलाई को जुलूस निकालकर शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है।
जुलूस इमलीचट्टी स्थित सरकारी बस स्टैंड से निकलेगा। जो विभिन्न मार्गों से होते हुए समाहरणालय पहुंचेगा। वहां दवा व्यवसायियों का एक प्रतिनिधि मंडल जिलाधिकारी से मिलकर ज्ञापन देगा। अगर सरकार की ओर से इस पर कोई पहल नहीं की जाती तो लोग आंदोलन करने को विवश होंगे। जिले के दवा व्यवसायियों ने यह भी निर्णय लिया है कि 10 सितंबर से होने वाले अनिश्चितकालीन आंदोलन के पूर्व अपना-अपना स्टॉक बेचकर अथवा कंपनी को वापस कर खत्म कर देंगे।
सभी थोक दवा विक्रेता भी 20 जुलाई से दवा कंपनियों से किसी भी प्रकार की दवाओं की खरीद अगले निर्णय तक नहीं करेंगे। सरकार द्वारा पहल नहीं करने की स्थिति में 1 सितंबर से सभी वितरक और थोक व खुदरा दवा दुकानदार अनिश्चितकालीन बंद करेंगे।