Unlock-1.0 : फिर से गुलजार होंगे होटल... दम-खम से जुटे संचालक, सरकार से लगाई ये गुहार
Unlock-1.0 सरकार के मापदंड के आलोक में फिर से होटलों को खोलने की तैयारी तेज। जीएसटी बिजली बिल और बैंक का ब्याज माफ करने की सरकार से उठाई मांग।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। कोरोना ने मुजफ्फरपुर के होटल कारोबारियों के अरमान डूबो दिए हैं। वहीं होटल कारोबारियों की खुशियों पर ग्रहण लगा दिया है। अब तक जिले के होटल का 80 करोड़ का कारोबार प्रभावित हुआ है। जिले में होटल का रोजाना का कारोबार एक करोड़ रुपये का रहा है। रोजाना 12 लाख रुपये सरकार को जीएसटी और 3 लाख बिजली बिल के रूप में राजस्व मिलता रहा है।
इस बीच होटल कारोबारियों की लगभग 10 करोड़ की सामग्री, जिनमें आइसक्रीम, कोल्ड डिंक्स, सॉस, बेकरी उत्पाद, मसाला, जैम और अन्य सामग्री बर्बाद हो गई है। इस अवधि में कर्मियों को वेतन भी देना पड़ा है। इस बीच शादी-विवाह का मौसम भी चला गया। लॉकडाउन के चलते बड़े समारोह, आयोजन, बैठक आदि नहीं होने का भी असर कारोबार पर पड़ा। अब आठ जून से होटलों को एक बार फिर गुलजार करने की तैयारी जारी है। सरकार द्वारा तय मापदंड का पालन कराने के लिए होटलों के रख रखाव पर लाखों रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं। कíमयों को पीपीई किट पर भी मोटी रकम खर्च करनी पड़ रही है। इसके अलावा सैनिटाइजिंग समेत अन्य व्यवस्था पर भी काफी खर्च हो रहा है।
उधर, कारोबार शुरू करने के साथ ही कारोबारियों पर बिजली, जीएसटी, सेवा शुल्क, बैंक लोन का किश्त आदि के भुगतान का दबाव होगा। होटल संचालकों की मानें तो सरकार ने होटल खोलने का आदेश देकर कारोबारियों को राहत नहीं दी हैं, बल्कि उन पर बोझ लाद दिया है। होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष मो. जुनैद खान की माने तो सरकार से छह माह का विभिन्न प्रकार का टैक्स, बिजली बिल और बैंक का ब्याज माफ कर देना चाहिए। ताकि, होटल का कारोबार फिर से स्थापित हो सके।
होटल कारोबार से जुड़े मनीष कुमार का कहना है कि हम हर कदम सरकार के साथ है। सरकार के निर्देश का पालन कर रहे हैं। सरकार को भी कारोबारियों की परेशानियों पर ध्यान देने की जरूरत है। बताते चलें कि जिले में होटल का रोजाना का कारोबार एक करोड़ रुपये का है। लॉकडाउन के चलते 80 करोड़ का कारोबार प्रभावित हुआ है। बावजूद इसके आठ जून से होटल संचालन की चुनौतियों का सामना करने की तैयारी जारी है।