किसी को आवास मिला तो किसी को आश्वासन, अधूरे रह गए अरमान
भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ी आवास योजना। कांटी नगर पंचायत में प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ लेने वालों की खासी तादाद है। आवास योजना की मंजूरी मिली।
मुजफ्फरपुर, [मुकेश कुमार 'अमन ']। कांटी के वार्ड नंबर आठ में रहने वाले मुकेश कुमार चौरसिया का घर कच्चा था। बरसात में टपकता था। प्रधानमंत्री आवास योजना का फायदा मिलने के बाद घर पक्का का बन गया है। अब चाहे जितना पानी बरसे उन्हें फिक्र नहीं। पक्का घर बनने से वार्ड दो में नागेंद्र पासवान, सुरेंद्र पासवान, दिलीप पासवान जैसे कई लोगों की समाज में हैसियत बढ़ गई है।
12 वार्डों वाले कांटी नगर पंचायत में प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ लेने वालों की खासी तादाद है। मगर, कमजोर निगरानी तंत्र की वजह से यह योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है। मुन्ना पासवान कहते हैं कि दलालों के लिए यह योजना मोटी कमाई का जरिया है।
आदेश के बाद शुरू हुई जांच
सभी 12 वार्डों से 1561 लोगों ने घरों को पक्का करने के लिए आवेदन दिया। 1444 को आवास योजना की मंजूरी मिली। कई लोगों के मकान बने। मगर, आगे चलकर यह योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई। दो साल से जांच में मामला लटका पड़ा है। पता चला कि जो वास्तविक पात्रता रखते, उनमें से बड़ी तादाद अब भी आवास योजना से वंचित है।
कई लाभुकों को आवास नहीं मिल पाए हैं तो कुछ ने पहली किस्त लेकर निर्माण नहीं शुरू कराया। जिनके पक्के मकान बन कर तैयार हैं, वे अपने पुराने कच्चे मकान का मोह नहीं छोड़ पा रहे। वार्ड एक की पार्षद राजकुमारी देवी ने शिकायत की। जांच बैठी। उनके पति व पूर्व वार्ड पार्षद पप्पू राम कहते हैं गरीबों के लिए मकान बनाना आसान नहीं।
किस्तों के चक्कर में अटक गई किस्मत
योजना के तहत कई लाभुकों को पहली, दूसरी व तीसरी किस्त मिल चुकी है। कोई चौथी और आखिरी किस्त का इंतजार कर रहा। ये किस्त मिले तो उनके अरमान पूरे हों। श्रीराम साह, दिनेश साह, वार्ड एक के मुन्ना कुमार, शशिभूषण कुमार की भी कुछ ऐसी ही शिकायतें हैं। 11 नंबर वार्ड के राममोहन पासवान भी यही रोना रोते हैं। पहली किस्त के रुपये मिल गए, आगे का कब मिलेगा...।
अधिकारी ने स्वीकारी गड़बड़ी, कहा-चल रही जांच
नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी कृष्ण भूषण कुमार मानते हैं कि योजना में अनियमितता बरती गई है। इसकी जांच चल रही है। कमेटी गठित की जा चुकी है। 1444 लोगों को आवास की मंजूरी मिली है। 1561 लोगों ने अपने कच्चे आवास की जगह पक्का मकान बनाने का आवेदन कांटी नगर पंचायत कार्यालय को दिया था।