पश्चिम चंपारण जिले पांच प्रखंडों में खुलेंगे प्रदूषण जांच केंद्र, 15 जनवरी को चयन प्रक्रिया
West Champaran Newsप्रदूषण जांच केंद्र प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत होगा संचालित15 जनवरी को जिला परिवहन पदाधिकारी स्तर से चयन प्रक्रिया सरकार की योजना के मुताबिक प्रदूषण जांच केंद्र खोलने के लिए प्रोत्साहन राशि के तौर पर दिए जाएंगे तीन लाख रुपये।
पचं,धनहा {अखिलेश अंजन}। पश्चिम चंपारण जिले के पांच प्रखंडों मधुबनी, भितहां, पिपरासी, ठकराहां व सिकटा में वाहन प्रदूषण जांच केंद्र खुलेंगे। परिवहन विभाग ने इसके लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं। इच्छुक व्यक्ति 15 जनवरी तक जिला परिवहन कार्यालय में आवेदन कर सकते हैं। सरकार की योजना के मुताबिक प्रदूषण जांच केंद्र खोलने के लिए प्रोत्साहन राशि के तौर पर तीन लाख रुपये भी दिए जाएंगे। नए प्रदूषण जांच केंद्र खुलने से रोजगार के अवसर तो बनेंगे ही साथ ही वाहनों की जांच के लिए मालिकों को दूसरे शहर का रुख भी नहीं करना पड़ेगा।
जिले के पांच प्रखंड में एक भी वाहन प्रदूषण जांच केंद्र नहीं वैसे प्रखंडों में एक-एक वाहन प्रदूषण जांच केंद्र खोलने के लिए अधिकतम 3-3 लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। उन प्रखंडों में प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत वाहन प्रदूषण जांच केंद्र संचालित करने के लिए योजना बनाई गई है। जिसके लिए परिवहन विभाग के सचिव द्वारा बकायदा पत्र जारी कर जिला परिवहन पदाधिकारी को आदेश दिया गया है कि 15 जनवरी तक उन प्रखंडों में नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी की जाए। जिले के पांच प्रखंड मधुबनी, भितहा, पिपरासी, ठकराहा व सिकटा वाहन प्रदूषण जांच केंद्र से वंचित हैं। जिला परिवहन पदाधिकारी ने इन पांचों प्रखंडों में प्रदूषण जांच केंद्र संचालन के लिए बीडीओ को पत्र जारी कर चयन प्रक्रिया के लिए निर्देश जारी किया है।
चयन प्रक्रिया 15 जनवरी तक
प्रखंड में प्रदूषण जांच केंद्र खोलने के लिए उपयोग में लाये जाने वाले उपकरणों (स्मोक मीटर, गैस एनालाइजर, डेस्कटॉप इंटरनेट के साथ, ङ्क्षप्रटर एवं यूपीएस) के क्रय मूल्य का 50 प्रतिशत राशि या अधिकतम तीन लाख रुपये प्रोत्साहन राशि अनुदान स्वरूप दिया जाएगा। 24 जनवरी को प्रखंडवार सूची का प्रकाशन होगा। प्रखंडों में वाहन प्रदूषण जांच केंद्र खोलने के लिए इच्छुक आवेदक 15 जनवरी तक विहित प्रपत्र में आवेदन जिला परिवहन कार्यालय में दे सकते हैं। योग्य लाभुकों का चयन 17 जनवरी को किया जाएगा। इस योजना के लिए उस प्रखंड के स्थाई निवासी ही आवेदन कर सकते हैं। योजना का आवंटन करने में आवेदकों की शैक्षणिक योग्यता भी देखी जाएगी। जिन लोगों के पास उच्च शिक्षा के सर्टिफिकेट होंगे या प्रदूषण नियंत्रण से जुड़े किसी कोर्स की डिग्री होगी तो उन्हें प्राथमिकता दी जाएगी। शैक्षणिक योग्यता के आधार को तभी लागू किया जाएगा जब उस प्रखंड के लिए एक से अधिक आवेदन प्राप्त होंगे। अगर समान शैक्षणिक योग्यता के एक से अधिक आवेदक आ जाएंगे तो ज्यादा उम्र वाले लोगों को प्राथमिकी दी जाएगी। इस योजना के तहत आर्थिक मदद लेकर प्रदूषण जांच केंद्र खोलने वाले लोगों के सामने शर्त होगी कि वह कम से कम तीन साल तक इस केंद्र का संचालन करेंगे।
जांच केंद्र से पुलिस को मिलेगी सहूलियत
प्रखंड स्तर पर वाहन प्रदूषण जांच केंद्र खुलने से स्थानीय पुलिस कर्मियों के लिए सहूलियत हो जाएगी। ग्रामीण क्षेत्रों के लोग जिले में जांच केंद्र होने के कारण मनमानी तरीके से वाहनों के प्रदूषण कागजात रखते है। प्रखंड स्तर पर प्रदूषण जांच केंद्र होने से पुलिस तत्काल किसी भी वाहन की प्रदूषण जांच करा सकती है। यूपी बिहार को जोडऩे वाली मुख्य मार्ग चौतरवा -धनहा मार्ग पर धड़ल्ले से प्रदूषण युक्त गाडिय़ां दौड़ती है। अब इन गाडिय़ों पर लगाम लगाई जाएगी।
-- जिले के वैसे प्रखंड जहां एक भी वाहन प्रदूषण जांच केंद्र नहीं है। वहां पर केंद्र खोलने की अधिसूचना जारी की गई है। 15 जनवरी तक विहित प्रपत्र में जिला में आवेदन जमा करना है। चयन प्रक्रिया पूरा होने पर प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। - राजेश कुमार सिंह,जिला परिवहन पदाधिकारी, बेतिया