पुलिस की पाठशाला में संवर रहा कॅरियर, सुबह-सवेरे सजती क्लास
विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए खुद पढ़ रहे पुलिस के अधिकारी। आर्थिक रूप से कमजोर छात्र-छात्राओं का कॅरियर संवारने का बीड़ा पुलिस ने उठाया है।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। हाथों में कॉपी-कलम और आंखों में आसमान छूने के सपने। कॅरियर संवारने की चाहत में ठंड को मात देने का मादा। पुलिस की पाठशाला में सुबह-सबेरे ये नजारा अब आम हो गया है। आर्थिक रूप से कमजोर छात्र-छात्राओं का कॅरियर संवारने का बीड़ा पुलिस ने उठाया है। एलएस कॉलेज के कम्युनिटी कॉलेज में पुलिस की दूसरी पाठशाला सजी तो भीड़ और इनका उत्साह देख सब दंगे थे।
तकरीबन 1000 से अधिक छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया। प्राचार्य प्रो. ओमप्रकाश राय ने पुलिस पाठशाला का कंसेप्ट लाने वाले एसएसपी मनोज कुमार की तारीफ की। बोले, ऐसे बहुत कम पुलिस अफसर होते हैं, जो क्राइम कंट्रोल के साथ ही छात्र-छात्राओं के बीच पाठशाला लगा कर एक अच्छे टीचर की भूमिका भी निभाते हैं।
सुबह खुद भी पहुंच गए एसएसपी
एसएसपी ने कहा कि मेरा लक्ष्य है आप सबको अनुशासित, होनहार और रोजगारोन्मुखी बनाना। भागलपुर में बदलाव की कहानी यहां भी दोहराना चाहता हूं। पढऩे के लिए विद्यार्थी तैयार हैं तो पढ़ाने और अच्छे शिक्षक को बुलाने का मैं इंतजाम कर रहा हूं।
एएसपी ऑपरेशन ने पौन घंटे में बता दिया पूरा संविधान
एएसपी ऑपरेशन विमलेश चंद्र झा ने पौन घंटे की क्लास में संविधान की अवधारणा, उसके उद्देश्य, अनुच्छेद से लेकर संविधान सभा का गठन और प्रारूप समिति के क्रिया-कलापों को विस्तार पूर्वक समझाकर आत्मसात करा दिए।
विषय को रुचिकर बनाने के लिए एक्सपर्ट की मदद
ब्रेन वेयन यूनिवर्सिटी के जनरल मैनेजर प्रवीण कुमार झा ने विद्यार्थियों का आह्वान किया कि अपने को लक्ष्य के प्रति समर्पित करें और एकाग्र होकर तैयारी में लग जाएं। एलएस कॉलेज के इतिहास विभाग के अध्यक्ष डॉ. गजेंद्र कुमार ने इतिहास को इस कदर पढ़ाया-समझाया कि छात्र-छात्राएं उत्सुकतावश सवाल पूछते रहे। जिला नियोजन पदाधिकारी शंभूनाथ सुधाकर, डॉ. ललित किशोर भी मौजूद थे।