जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। बेला थाने की महिला सिपाही नेहा भारती ने मंगलवार की देररात दवाओं की ओवरडोज खाकर खुदकुशी का प्रयास किया। गंभीर स्थिति में उसे श्रीकृष्ण चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल के आइसीयू भर्ती कराया गया है।
खुदकुशी के प्रयास से पहले उसने अपने हाथ से लिखा सुसाइड नोट भी अपनी जेब में छोड़ा था। इसमें छुट्टी मांगने पर बेला थानाध्यक्ष हरेंद्र कुमार पर अभद्र भाषा का प्रयोग करने व नौकरी फंसा देने की धमकी देने का आरोप लगाया गया है। सुसाइड नोट में उसने कहा है कि इससे वह डर गई और अपने को मारने का निश्चय किया। इसमें उसने अपने स्वजन व संबंधियों को निर्दोष बताया।
पुलिस ने उसके कमरे से बड़ी संख्या में कई दवाएं जब्त की हैं। इसमें बुखार व दर्द में दी जाने वाली सामान्य दवाईयां हैं। पुलिस ने उसके कमरे को सील कर दिया है। वरीय पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार ने बताया कि पुलिस उपाधीक्षक पुलिस लाइन को मामले की जांच की जिम्मेदारी दी गई है। जांच रिपोर्ट मिलने पर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
बताया जा रहा है कि मंगलवार की संध्या महिला सिपाही अपने निजी कार्यों को लेकर बेला थानाध्यक्ष हरेंद्र कुमार के पास छुट्टी की अर्जी देने गई थी। इस पर तंज कसते हुए थानाध्यक्ष ने उसे छुट्टी देने से मना कर दिया। उसने अभद्र भाषा का प्रयोग करने का आरोप लगाते हुए गाली-गलौज का आरोप भी लगाया।
अल्बेंडाजोल, पैरासिटामोल, कॉम्बिफ्लेम व एजिथ्रोमाइसीन की गोलियां खाईं
बताया गया कि थानाध्यक्ष के द्वारा टिप्पणी करने के बाद थाना परिसर में ही अपनी बैरक में नेहा ने एक साथ पचास की मात्रा में कई दवाओं को पानी में घोल कर पी लिया।
एसकेएमसीएच में भर्ती कराकर उसे छोड़ गए पुलिस कर्मी
पुलिस मेंस एसोसिएशन के सदस्यों ने बताया कि महिला सिपाही को एसकेएमसीएच में भर्ती कराकर बेला थाने की पुलिस उसे छोड़कर चली गई।