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सीतामढ़ी में पुलिस-पब्लिक के बीच झड़प, लाठीचार्ज में दर्जनभर जख्मी Sitamarhi News

महावीरी झंडोत्सव में धार्मिक नारे लगाने पर लाठीचार्ज ड्यूटी पर तैनात दारोगा पर भाला से हमला। ग्रामीणों ने इधर-उधर सड़क पर रख दिया झंडा एसडीओ-एसडीपीओ के खिलाफ की नारेबाजी।

By Ajit KumarEdited By: Published: Mon, 14 Oct 2019 10:48 PM (IST)Updated: Mon, 14 Oct 2019 10:48 PM (IST)
सीतामढ़ी में पुलिस-पब्लिक के बीच झड़प, लाठीचार्ज में दर्जनभर जख्मी Sitamarhi News
सीतामढ़ी में पुलिस-पब्लिक के बीच झड़प, लाठीचार्ज में दर्जनभर जख्मी Sitamarhi News

सीतामढ़ी, जेएनएन। बथनाहा थाना क्षेत्र के कमलदह में सोमवार को महावीरी झंडोत्सव के दौरान पुलिस-पब्लिक के बीच जमकर झड़प हुई। आरोप है कि जुलूस के दौरान युवाओं द्वारा धार्मिक नारे लगाने पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। इसमें दर्जन भर युवक जख्मी हो गए। एएसपी अभियान विजय शंकर ङ्क्षसह और नगर थानाध्यक्ष प्रभात रंजन सक्सेना की पहल पर स्थिति सामान्य हुई, लेकिन नाराज युवाओं ने ड्यूटी पर तैनात दारोगा जितेंद्र कुमार सिंह को भाला मारकर जख्मी कर दिया।

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 देर शाम जैसे-तैसे आयोजन का समापन हुआ। घटना के बाद लोगों में आक्रोश है। खास कर एसडीपीओ सदर की कार्यशैली से। लोगों का कहना है कि जुलूस के दौरान धार्मिक नारे लगाए जाने के चलते एसडीपीओ और एसडीओ के आदेश पर पुलिस कर्मियों ने लाठीचार्ज किया। जबकि पुलिस अधिकारियों के अनुसार ग्रामीणों ने रविवार की रात एक महिला आरक्षी के साथ मारपीट की थी, लिहाजा लाठीचार्ज करना पड़ा। 

बताया जाता है कि बथनाहा प्रखंड के कमलदह में तीन दिवसीय महावीरी झंडोत्सव के अंतिम दिन दर्जनों गांवों से महावीरी झंडा जुलूस निकाला गया। इस दौरान श्रद्धालु लाठी-डंडों का खेल दिखाते हुए कमलदह पहुंचे। जहां जुलूस में शामिल लोगों ने नारा लगाना शुरू कर दिया। एसडीओ सदर कुमार गौरव और एसडीपीओ सदर डॉ. कुमार वीर धीरेंद्र ने युवकों को नारे लगाने से रोका। लेकिन, वे नहीं माने। इसके बाद एसडीपीओ सदर के आदेश पर पुलिस कर्मियों ने लाठीचार्ज कर दिया। इसका ग्रामीणों ने भी प्रतिकार किया। दोनों ओर से जमकर हुई झड़प के बाद पुलिस ने युवकों को खदेड़-खदेड़ कर पीटना शुरू किया।

लाठीचार्ज में गांव के अशोक कुमार, प्रेम कुमार, श्रीराम मंडल, ट्रैक्टर चालक, दीनबंधु मंडल, रामप्रीत मंडल व सुनील राम आदि दर्जन भर लोग जख्मी हो गए। इनमें अशोक कुमार की स्थिति गंभीर बनी हुई है। कई अन्य को भी चोटें आईं। इधर, लाठीचार्ज के बाद ग्रामीण उग्र हो गए। ग्रामीणों ने इधर-उधर सड़क पर झंडा रख दिया और एसडीओ-एसडीपीओ के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। नाराज ग्रामीणों ने झंडोत्सव के आयोजन से इन्कार कर दिया। तकरीबन दो घंटे तक इलाके में लोगों का आक्रोश भड़का रहा।

 सूचना के बाद एएसपी अभियान विजय शंकर ङ्क्षसह और बथनाहा थाने के पूर्व थानाध्यक्ष सह वर्तमान नगर थानाध्यक्ष प्रभात रंजन सक्सेना ने मौके पर पहुंच कर आरजू-मिन्नत कर लोगों को शांत किया। इसके बाद महावीरी झंडे का विधिवत आयोजन हुआ। इसी बीच भीड़ में शामिल कुछ युवाओं ने ड्यूटी पर तैनात बथनाहा थाने के दारोगा जितेंद्र कुमार ङ्क्षसह को भाला के प्रहार से जख्मी कर दिया। दारोगा का मेला परिसर स्थित मेडिकल कैम्प में इलाज कराया गया। 

घटना के संबंध में एसपी अनिल कुमार ने कहा कि कमलदह में जुलूस के दौरान संकरी गली रहने के चलते कुछ परेशानी हुई। दो पुलिसकर्मी हल्के तौर पर जख्मी हुए हैं। असामाजिक तत्वों को चिह्नित किया जा रहा है। 

 वहीं, इस बारे में एसडीपीओ सदर डॉ. कुमार वीर धीरेंद्र ने कहा कि  रविवार की शाम एक महिला आरक्षी पर हमला कर दिया गया। छोटे-छोटे बच्चों के हाथ में धारदार हथियार पकड़ा दिया गया था। मैंने हथियार के बदले कलम थमाने की अपील की थी। मैंने न तो जयकारे पर विरोध जताया और ना ही लाठीचार्ज के लिए आदेश दिया। 

जख्मी दारोगा सह अध्यक्ष बिहार पुलिस एसोसिएशन जितेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि जुलूस में शामिल भीड़ उग्र हो गई थी। लोग एक मकान पर हमला कर रहे थे। बचाव के दौरान उग्र भीड़ ने भाला फेंकना शुरू कर दिया, जिससे अफरातफरी मच गई। भीड़ हिंसा पर उतारू थी।


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