मुजफ्फरपुर जिला कोषागार से 9.89 लाख रुपये रिसीव कर फरार हो गया निजी कंपनी का कर्मी
रेडिएंट कैश मैनेजमेंट कंपनी के एक कर्मी से बीते विधान सभा चुनाव के दौरान जांच के क्रम में 9.89 लाख रुपये जब्त किए गए थे। बाद में साक्ष्य देने पर जिला कोषागार से उसे रुपये हस्तगत कराए गए तो उसने कंपनी के खाते में रकम जमा नहीं की।
मुजफ्फरपुर, जागरण संवाददाता। एक निजी कैश कलेक्शन कंपनी के एक कर्मचारी द्वारा जिला कोषागार से 9.89 लाख रुपये रिसीव कर उसे कंपनी को सौंपने की जगह फरार हो जाने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। उक्त राशि गत विधानसभा चुनाव के दौरान उडऩ दस्ता टीम ने जांच के क्रम में जब्त की थी।
कंपनी के रिस्क मैनेजर ने दर्ज कराई प्राथमिकी :
संबंधित कंपनी रेडिएंट कैश मैनेजमेंट के कर्मी द्वारा उस वक्त समुचित कागजात प्रस्तुत नहीं करने पर राशि कोषागार में जमा करा दी गई थी। बाद में औपचारिकता पूरी करने के बाद कोषागार से वह राशि कंपनी के कर्मी कुढऩी माधोपुर कपूर निवासी जयशंकर सिंह को हस्तगत कराई गई। लेकिन उसने कंपनी के खाते में वह रकम जमा नहीं कराई और फरार हो गया। इस बाबत रेडिएंट कैश मैनेजमेंट के रिस्क मैनेजर मिठनपुरा मालीघाट निवासी आकाश कुमार ने नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है।
साक्ष्य प्रसतुत नहीं करने पर जब्त हुई थी राशि :
रेडिएंट कैश मैनेजमेंट के रिस्क मैनेजर आकाश कुमार के मुताबिक जयशंकर को कंपनी के क्लाइंट सकरी रिलायंस पेट्रोल पंप से कैश कलेक्ट कर एसबीआइ भगवानपुर शाखा में जमा करना होता है। अपने उसी कार्य के तहत बीते साल 31 अक्टूबर को जयशंकर सिंह सकरी रिलायंस पेट्रोल पंप से 9.89 लाख 786 रुपये कलेक्ट कर एसबीआइ भगवानपुर में जमा करने को जा रहा था। उसी क्रम में विधान सभा चुनाव के कारण्सा हो रही वाहन जांच के दौरान उसके पास से वह राशि बरामद की गई थी। लेकिन उस वक्त राशि से संबंधित साक्ष्य प्रस्तुत नहीं किए जाने पर उक्त रकम को उडऩ दस्ता टीम ने जब्त कर कोषागार में जमा करा दिया था। फिर बाद में कंपनी द्वारा साक्ष्य प्रस्तुत कर देने पर 13 नवंबर को विभागीय नियमों का पालन करते हुए राशि उक्त कर्मी को लौटा दी गई। लेकिन उक्त कर्मी ने वह रकम कंपनी के खाते में जमा नहीं करवाई। इस संबंध में पुलिस का कहना है कि मामला दर्ज कर जांच के साथ आगे की कार्रवाई की जा रही है।