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पूर्वी चंपारण में बाढ़ से जान बचाने की जुगत में लोग, सड़क के डिवाइडर पर डाला डेरा

एक तरफ पानी तो दूसरी तरफ सड़क पर गाडिय़ों से कुचले जाने का खतरा डिवाइडर पर करीब पचास परिवार प्लास्टिक एवं तिरपाल तानकर समय गुजार रहे हैं। यह तो ठीक है की नदी के पानी से बचाव हो रहा है।

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Published: Sun, 20 Jun 2021 02:19 PM (IST)Updated: Sun, 20 Jun 2021 02:19 PM (IST)
पूर्वी चंपारण में बाढ़ से जान बचाने की जुगत में लोग, सड़क के डिवाइडर पर डाला डेरा
पूर्वी चंपारण में डिवाइडर पर करीब पचास परिवार प्लास्टिक एवं तिरपाल तानकर रह रहा है। जागरण

पूर्वी चंपारण, जासं। भारी बारिश होने एवं नेपाल द्वारा पानी छोड़े जाने से गंडक नदी समय से पूर्व ही उफान पर है। इस कड़ी में यहां सबसे ज्यादा आफत डुमरिया पंचायत के सिसवनियां टोला गांव वार्ड नंबर 15 के लोगों को है। जहां बाढ़ का पानी इनके घरों में घुसने के कारण यहां के लोग करीब तीन दिनों से खतरों के बीच नेशनल हाईवे- 28 के बीचों-बीच बने डिवाइडर पर शरण ले रखे है।

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डिवाइडर पर करीब पचास परिवार प्लास्टिक एवं तिरपाल तानकर समय गुजार रहे हैं। यह तो ठीक है की नदी के पानी से बचाव हो रहा है। जान बच रही है। मगर यहां एक तरफ कुआं तो दूसरी तरफ खाई वाली बात है। क्योंकि यह फोरलेन सड़क है, जहां दोनों तरफ से दिन-रात हजारों की संख्या में छोटे-बड़े वाहनों की आवाजाही होती है। यहां दुर्घटना की आशंका के बीच लोग रहने को मजबूर हैं। यह जानकर भी लोग यहां शरण लिए हुए हैं। हालांकि सुरक्षा के ²ष्टिकोण से इन ग्रामीणों ने दुबौली चौक के समीप सड़क के एक लेन को बंद कर दिया था। ताकि उस मार्ग से वाहनों का आवागमन नहीं हो। परंतु शनिवार को दुबौली चौक पर ही लेन बंद रहने के कारण हुए बस दुर्घटना के बाद इन्होंने उस लेन को खोल दिया। जिससे दुर्घटना की संभावना काफी बढ़ गए है। बता दें कि इनके छोटे-छोटे ब'चे अपने कैंप से बाहर निकल कर सड़क पर खेलने चले जाते है।

कटाव के कारण घरों को खाली कर रहे लोग

सिकरहना नदी में जल स्तर बढऩे से क्षेत्र में नदी के किनारे बसे लालपरसा, धमनी टोला, भवानीपुर, मधुमालती, मल्लाह टोली में सिकरहना नदी का कटाव जारी है। नदी के किनारे कटाव से बचाव के लिए रखी मिट्टी की बोरियों को नदी अपने आगोश में ले लेती जा रही है। कई जगह बांध टूट गया है। इससे लोगों में भय का माहौल है। नदी के किनारे बसे निमुई, अमीरखां टोला, बिशुनपुरवा, नयका टोला, भवानीपुर, लक्ष्मीपुर, सपहा सहित कई गांव के लोग बाढ़ से परेशान हैं। विकास शर्मा, मनोज सहनी, रवि पटेल, सुनील सहनी, धर्मेंद्र गुप्ता, जावेद आलम, रंजन सहनी, अनिल पासवान आदि लोगों ने बताया कि सिकरहना नदी के जल स्तर में वृद्धि हो रही है। आसपास पानी का फैलाव हो रहा है और कई जगहों पर कटाव तेज हो गया है। बांधों में कई जगह रिसाव होने लगा है। लोग बाढ़ से बचाव के कार्य में जुट गए है। कई लोगों ने अपने घरों को खाली करना शुरू कर दिया है। बीडीओ सरोज बैठा ने बताया कि प्रशासन इस पर नजर बनाए हुए है। बाढ़ से बचाव के लिए समुचित कदम उठाए जा रहे हैं।


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