15 मार्च तक जमा करें अग्रिम आयकर, वरना होगा रिकवरी सर्वे
31 जनवरी तक अग्रिम टैक्स जमा नहीं करने वालों की बन रही सूची। सेल्फ एसेसमेंट टैक्स को एडवांस टैक्स में करें तब्दील। सर्वे के साथ बैंक खाते होंगे सीज, विधिसम्मत अन्य कार्रवाई भी होगी।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। आयकरदाताओं को एडवांस टैक्स जमा करने के लिए अब 15 मार्च 2019 अंतिम तिथि है। इस अवधि में बकाया जमा नहीं करने पर रिकवरी सर्वे होगा। ये जानकारी संयुक्त आयुक्त आयकर विभाग प्रणव कुमार कोले ने दी।
वे गुरुवार को आयकर विभाग उत्तर बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स में अग्रिम आयकर जागरूकता कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में शामिल थे। कार्यक्रम में संजीव अनवर, जेके चौधरी, जेपी अग्रवाल सीए व वित्तीय सलाहाकार ने अपने विचार रखे। संचालन अंजलिकांत व मनीषराज ने किया।
फरवरी से ही शुरू होगा सर्वे
वर्ष 2018-19 में एडवांस टैक्स का लक्ष्य 384 करोड़ रुपये है। इसमें मात्र 145 करोड़ ही चालू वित्तीय वर्ष में अभी तक जमा हुआ है। 15 मार्च तक 239 करोड़ जमा कराने का लक्ष्य है। इसे पूरा करने के लिए फरवरी से ही सर्वे अभियान शुरू होगा।
आय छिपाई जा सकती, व्यय नहीं
पहले चरण में उन आयकरदाताओं पर सर्वे होगा, जिन्होंने सेल्फ एसेसमेंट को अग्रिम टैक्स में तब्दील नहीं कराया है। उनके रिटर्न की जांच हो रही और सूची भी बन रही। ऐसे लोगों को ध्यान रखना होगा कि आय वे छिपा सकते हैं, लेकिन व्यय नहीं। उनके निवेश, बेनामी संपत्तियों पर विभाग की नजर है। ऐसे सॉफ्टवेयर भी बन चुके हैं, जो हुए निवेश का एक्स-रे कर देंगे। उनके बैंक खाते को सीज किया जाएगा।
रिकवरी सर्वे की जद
अगली कार्रवाई अग्रिम टैक्स जमा नहीं करने वाले कारोबारियों के प्रतिष्ठानों एवं घरों पर रिकवरी सर्वे द्वारा होगी। इसके तहत वहां जो भी सामान व बेनामी संपत्ति के कागज मिलेंगे, उन्हें जब्त किया जाएगा।
आयकर जमा करने से लाभ
आयकर पदाधिकारी आइसी झा व विनोद कुमार ने कहा कि समय पर आयकर जमा करने का सबसे बड़ा लाभ यह है कि करदाता को टैक्स बचाने में जितना खर्च है, उसका डेढग़ुना जुर्माना जमा करने पर देना पड़ता है। सरकार समय पर टैक्स जमा करने वालों को प्रोत्साहन व प्रशंसा पत्र भी चालू वित्तीय वर्ष में देगी।
अध्यक्ष ने दिलाया भरोसा
उत्तर बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष मोतीलाल छापडिय़ा ने भरोसा दिलाया कि बैंक खाते अटैचमेंट, रिकवरी सर्वे आदि की स्थिति नहीं आएगी। सभी आयकरदाताओं द्वारा 15 फरवरी तक टैक्स जमा कर दिया जाएगा। उन्हें विभाग से प्रशस्तिपत्र मिलेगा।
रिफंड में फर्जीवाड़ा
इस बार विभाग ने 54 करोड़ रुपये टैक्स रिफंड किया है। इसमें रैकेट सक्रिय रहा, जिसने रिफंड फर्जीवाड़ा किया है। विभाग इसकी जांच करा रहा है। फर्जीवाड़ा उजागर होगा, क्योंकि विभाग किसी भी मामले में छह साल बाद तक फाइल खुलवा सकता है।