आयुष्मान भारत आरोग्य योजना में मरीजों का नाम, बाहर से दवा खरीदने की मजबूरी
एसकेएमसीएच में भर्ती मरीज को नहीं मिल रहा योजना का लाभ। शिकायत करने पर कक्ष परिचारिका से लेकर कक्ष सेवक तक मरीज व परिजन को फटकार लगाते हैं।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। एसकेएमसीएच में भर्ती कई मरीजों का नाम आयुष्मान भारत आरोग्य योजना में शामिल है। इसके बाद भी इन्हें बाहर से स्वयं दवा खरीदने को मजबूर होना पड़ रहा है। इसकी शिकायत करने पर कक्ष परिचारिका से लेकर कक्ष सेवक तक मरीज व परिजन को फटकार लगाते हैं। हालांकि कक्ष में तैनात नर्स ने इस आरोप को गलत करार दिया है। योजना का लाभ मरीजों को सही से नहीं मिल पा रहा है। कक्ष संख्या तीन में भर्ती मोतिहारी मधुबन पुनास के हरि ठाकुर के पुत्र विजय कुमार ने अपनी पीड़ा बताई।
कहा कि कक्ष में नाम मात्र दवा पिताजी को मिलती है। अधिकतर दवाओं की पर्ची दी जाती है। इन्हें बाहर से खरीदना पड़ता है। इसी तरह की परेशानी शिवहर तरियानी के दीनबंधु सिंह, हथौड़ी नरकटिया नसरूद्दीन साह की पत्नी सगीरा खातून, मनियारी मधुबन रघुनाथपुर के परमहंस झा की पत्नी निर्मला देवी, बोचहां के सुबोध कुमार, मुशहरी मलिकाना के मो. सहजाद आदि मरीजों के परिजन ने बताई।
कहा कि अस्पताल में पहले अधिकतर दवाएं मिलती थीं। इन दिनों आयुष्मान में नाम होने के बावजूद भर्ती के दौरान कई दवाएं बाहर से ही खरीदनी पड़ रही हैं। वहीं अस्पताल से छुट्टी के बाद भी कोई दवा नहीं मिलती है। अस्पताल में तैनात हेल्थ मैनेजर ने बताया कि अब तक किसी भी मरीज ने इसकी शिकायत नहीं की है। फिलहाल इसकी जांच कराई जाएगी।