टला बड़ा हादसा : मिथिला एक्सप्रेस के इंजन का पेंटो टूटा, छह किमी दौड़ी ट्रेन
पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगा बीबीगंज में रोकी ट्रेन। बोगी में बैठे यात्रियों को लगा झटका अफरातफरी।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। विद्युत इंजन में बिजली आपूर्ति से संबंधित एक डिवाइस पेंटो के टूट जाने के बावजूद गुरुवार को मिथिला एक्सप्रेस का इंजन छह किमी तक दौड़ता रहा। पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन रोकी। इससे नरकटियागंज-मुजफ्फरपुर रेलमार्ग पर एक बड़ा हादसा टल गया। घटना दोपहर करीब डेढ़ बजे 92 किमी के समीप की है। रक्सौल से हावड़ा जाने वाली मिथिला एक्सप्रेस 90 किमी की रफ्तार से दौड़ती हुई कांटी स्टेशन क्रास कर चुकी थी।
इसी बीच इंजन का पेंटो नटवोल्ट सहित टूटकर नीचे गिर गया। इससे इंजन में विद्युत सप्लाई बंद हो गई। लेकिन ट्रेन अपनी चाल में चलती रही। पायलट ने ट्रेन की गति कम करने की कोशिश की। लेकिन सफलता नहीं मिली। सहायक पायलट ने ताक झांक करने पर पाया कि इंजन का पेंटो गायब है। इस बीच पायलट ट्रेन की गति कम नहीं होने पर धीरे-धीरे इमरजेंसी ब्रेक लगाने लगे। तब ट्रेन बीबीगंज गुमटी पर पहुंच कर रुक गई। संयोग था कि गेटमैन पहले ही गुमटी बंद कर चुका था।
इमरजेंसी ब्रेक लगाने पर बोगी में बैठे यात्रियों को तगड़ा झटका लगा। इससे यात्रियों में अफरातफरी मच गई। बीबीगंज रेलवे गुमटी पर ट्रेन के रुकते ही यात्री बोगियों से कूद कर बाहर आए और लाइन के दोनों ओर खड़े हो गए। घटना की सूचना मिलने पर अधिकारियों व कर्मियों में हड़कंप मच गई। मुजफ्फरपुर के स्टेशन मास्टर व एलआई ने बीबीगंज पहुंचकर घटना का जायजा लिया। दूसरा डीजल इंजन मंगाकर ट्रेन को यहां से आगे बढ़ाया गया।
इस बीच बीबीगंज रेलवे गुमटी पर देर तक ट्रेन खड़ी होने की वजह से दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई। बीबीगंज गुमटी से तीन घंटे के बाद ट्रेन मुजफ्फरपुर जंक्शन पहुंची। लोको पायलट ने बताया कि कांटी से निकलने के बाद 92 किमी पार करने पर इंजन के ऊपर लगा पेंटो गायब मिला। इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन रोकनी पड़ी। दूसरी ओर पेंटो की तलाश में रेलकर्मी बीबीगंज से कांटी तक दौड़ लगाते रहे लेकिन देर शाम तक इसकी तलाश नहीं की जा सकी।