इस सत्र में धान खरीद का लक्ष्य 50 हजार एमटी, जानें कब शुरू हो रही क्रय की प्रक्रिया Muzaffarpur News
गत वर्ष 1.32 लाख क्रय का था लक्ष्य पैदावार कम होने से लक्ष्य घटा। किसानों को धान बेचने 400 से 500 रुपये प्रति क्विंटल का हो रहा घाटा।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। जिले मेंं धान खरीद का लक्ष्य 50 हजार एमटी है, जो विगत साल के लक्ष्य का लगभग एक तिहाई है। अनियमित बारिश के चलते धान की पैदावार कम हुई है। उधर, धान खरीद को लेकर जिले के टास्क फोर्स की बैठक हुई है जिसमें 187 क्रय केंद्र खोले जाने का निर्णय हुआ है।
विलंब से धान की खरीद होने की है परंपरा
जिले में विलंब से धान क्रय करने की परंपरा है। व्यवस्थागत खामियों के चलते हर साल 15 दिसंबर के बाद ही क्रय केंद्र खुलते हैं। समय पर पैक्सों को राशि उपलब्ध नहीं हो पाती है और न अन्य संसाधन जुट पाते हैं। इस बार तो पैक्सों का चुनाव हो रहा है। इसके चलते विलंब हुआ है।
विभाग ने शुरू की तैयारियां
टास्क फोर्स की बैठक हो गई है। बैठक में धान खरीदारी की तैयारियां शुरू करने का निर्देश दिया गया है। इस बार पैक्सों के चुनाव की वजह से प्रथम चरण में व्यापार मंडलों में धान की खरीद की जाएगी। जिन पैक्सों में चुनाव हो जाएगा, वहां पर क्रय केंद्र खोले जाएंगे। अगले सप्ताह से धान खरीद शुरू होने की संभावना है।
बिचौलिए उठाते हैं मजबूरी का फायदा
किसानों के लिए सस्ते में धान बेचने की मजबूरी है। इस मजबूरी का फायदा ही हर साल बिचौलिए उठाते हैं। किसान गणेश सिंह के परिजन को कैंसर है। इलाज के लिए पैसे की जरूरत है। गेहूं की बुआई के लिए भी पैसा चाहिए। ऐसे में सस्ते में धान बेचना उनकी मजबूरी है। लिहाजा 1350 रुपये क्ंिवटल धान की बिक्री किए हैं। नागेंद्र ओझा ने अपनी बेटी की शादी तय की है। अब रबी की बुआई के लिए हजारों रुपये प्रति बीघा का खर्च है। बिना धान बेचे खेती नहीं कर सकते हैं।
जिला जदयू किसान प्रकोष्ठ के अध्यक्ष संतोष कुमार कहते हैं कि कुढऩी में सरकारी खरीद के तमाम झंझटों से बचने के लिए किसान बिचौलिए के हाथों 1200 से 1300 रुपये क्ंिवटल धान बेचने को मजबूर हैं। जरूरत अभी है और समर्थन मूल्य एक माह बाद मिलेगा। ऐसे में कौन एक माह इंतजार करेगा।
इस बारे में प्रगतिशील किसान अशोक शर्मा ने कहा कि अभी उनके जैसे तमाम किसान हैं, जहां धान बिक्री के लिए तैयार हो रहा है। एक सप्ताह समय लगेगा।वहीं मुजफ्फरपुर के जिला सहकारिता पदाधिकारी डॉ. ललन कुमार शर्मा ने कहा कि क्रय केंद्रों के संचालकों को सीसी प्रदान किया जाएगा। इसके लिए नीति तय हो रही है।
आंकड़े एक नजर में
- पिछले साल का लक्ष्य 1 लाख 32 हजार मीट्रिक टन खरीद का था।
- इस साल 50 हजार मीट्रिक टन है।
- धान का समर्थन मूल्य 1815 रुपये प्रति क्ंिवटल
-औसत बिक रहा 1350 रुपये क्ंिवटल
-177 क्रय केंद्रों की होगी स्थापना