स्कॉर्पियो से बरामद रुपये में 25 लाख का ही मिला हिसाब, आयकर विभाग को गड़बड़ी की आशंका
स्कॉर्पियो में मिले 55 लाख रुपये की जांच में आयकर विभाग को मिली गड़बड़ी। कारोबारी संबंधित कागजात उपलब्ध नहीं करा सके।
By Ajit KumarEdited By: Published: Fri, 05 Oct 2018 01:32 AM (IST)Updated: Sun, 07 Oct 2018 12:31 AM (IST)
मुजफ्फरपुर (जेएनएन)। मेहंदी हसन चौक पर पुलिस द्वारा स्कॉर्पियो से बरामद 55 लाख रुपये की जांच में आयकर विभाग को गड़बड़ी मिली है। विभागीय पदाधिकारी की पूछताछ में आभूषण कारोबारी अशोक कुमार सिर्फ 25 लाख रुपये का ही हिसाब दे पाए हैं।
आयकर विभाग द्वारा अब अशोक कुमार के सालाना आयकर रिटर्न की जांच की जाएगी। स्टॉक व बिक्री पंजी के साथ बैंक खाते और मासिक बिक्री पंजी से संबंधित जानकारी मांगी जाएगी। जांच प्रक्रिया में आयकर चोरी का मामला आने पर मोतिहारी स्थित प्रतिष्ठान पर सर्वे होगा।
गुरुवार की रात बरामद हुए थे रुपये
गुरुवार की देर रात मेहंदी हसन चौक पर गुप्त सूचना पर पुलिस ने एक स्कॉर्पियो की पिछली सीट से बैग में रखे 55 लाख 28 हजार 900 रुपये बरामद किए थे। हालांकि, प्रारंभिक जानकारी में 68 लाख रुपये बरामदगी बताई गई थी।
एसएसपी ने संयुक्त आयुक्त आयकर से जांच कराने का अनुरोध किया था। संयुक्त आयुक्त ने आइटीओ विनोद कुमार को जांच के निर्देश दिए। इसके अगले दिन ब्रह्मपुरा थाने जाकर मामले की जांच शुरू की गई और संबंधित कारोबारी से पूछताछ हुई। रुपयों से संबंधित कागजात आभूषण व्यवसायी तत्काल पेश नहीं कर सके। जांच के दौरान कारोबारी से 55 लाख रुपये के स्रोत के बारे में पूछा गया। वह कोई ठोस जवाब नहीं दे पाए।
आयकर विभाग द्वारा अब अशोक कुमार के सालाना आयकर रिटर्न की जांच की जाएगी। स्टॉक व बिक्री पंजी के साथ बैंक खाते और मासिक बिक्री पंजी से संबंधित जानकारी मांगी जाएगी। जांच प्रक्रिया में आयकर चोरी का मामला आने पर मोतिहारी स्थित प्रतिष्ठान पर सर्वे होगा।
गुरुवार की रात बरामद हुए थे रुपये
गुरुवार की देर रात मेहंदी हसन चौक पर गुप्त सूचना पर पुलिस ने एक स्कॉर्पियो की पिछली सीट से बैग में रखे 55 लाख 28 हजार 900 रुपये बरामद किए थे। हालांकि, प्रारंभिक जानकारी में 68 लाख रुपये बरामदगी बताई गई थी।
एसएसपी ने संयुक्त आयुक्त आयकर से जांच कराने का अनुरोध किया था। संयुक्त आयुक्त ने आइटीओ विनोद कुमार को जांच के निर्देश दिए। इसके अगले दिन ब्रह्मपुरा थाने जाकर मामले की जांच शुरू की गई और संबंधित कारोबारी से पूछताछ हुई। रुपयों से संबंधित कागजात आभूषण व्यवसायी तत्काल पेश नहीं कर सके। जांच के दौरान कारोबारी से 55 लाख रुपये के स्रोत के बारे में पूछा गया। वह कोई ठोस जवाब नहीं दे पाए।
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