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बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में आनन-फानन में 'दीक्षा', करंट सेशन वाले मांग रहे डिग्री की भिक्षा

पीजी के 22 विभागों के 201 टॉपरों को गोल्ड मेडल। तीन साल बाद दीक्षा फिर भी डिग्री से वंचित रहेंगे करंट सेशन वाले छात्र। एकेडमिक काउंसिल में भी उठा मुद्दा, चुप्पी साधे रहे वीसी-रजिस्ट्रार।

By Ajit KumarEdited By: Published: Mon, 04 Feb 2019 09:50 PM (IST)Updated: Tue, 05 Feb 2019 08:30 AM (IST)
बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में आनन-फानन में 'दीक्षा', करंट सेशन वाले मांग रहे डिग्री की भिक्षा
बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में आनन-फानन में 'दीक्षा', करंट सेशन वाले मांग रहे डिग्री की भिक्षा

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में तीन साल बाद 27 फरवरी को होने जा रहे दीक्षा समारोह के ऐन मौके पर बड़ा विवाद छिड़ गया है। विश्वविद्यालय प्रशासन तैयारी में जुटा है तो विभिन्न छात्र संगठन विरोध पर उतारु हैं। कई छात्र-छात्राओं का कहना है कि आनन-फानन दीक्षा समारोह रख तो दिया मगर सेशन अपडेट नहीं होने से साल 2018 के स्नातक व पीजी छात्रों को भी इससे वंचित होना पड़ रहा है।

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 चालू सेशन के ये विद्यार्थी भी दीक्षा समारोह में सम्मिलित होने की मांग कर रहे हैं। स्नातक थर्ड पार्ट की कॉपियां अभी चेक नहीं हो पाई हैं तो उधर, पीजी फाइनल ईयर का रिजल्ट भी फंसा हुआ है। इसके लिए छात्र संगठन फरवरी के दीक्षा समारोह को अप्रैल में ले जाने की मांग कर रहे हैं।

 विश्वविद्यालय ने 2014-16 सेशन की मास्टर डिग्री, 2014-17 में स्नातक व पीएचडी अवार्डी जिनका रिजल्ट एक अप्रैल 2018 से 20 अक्टूबर के बीच हुआ है, को ही दीक्षा समारोह में राज्यपाल सह कुलाधिपति लालजी टंडन के हाथों डिग्रियां दिलाने की घोषणा की है। विश्वविद्यालय का यही फैसला छात्र-छात्राओं को नागवार गुजर रहा है। विश्वविद्यालय छात्रसंघ अध्यक्ष बसंत कुमार सिद्धू ने भी इसकी वकालत करते हुए कहा है कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो विद्यार्थियों के साथ नाइंसाफी होगी।

एकेडमिक काउंसिल में भी उठा मुद्दा, चुप्पी साधे रहे रजिस्ट्रार

पूर्व रजिस्ट्रार डॉ. विवेकानंद शुक्ला खुद भी अपना विरोध जता चुके हैं। पिछले दिनों एकेडमिक काउंसिल की बैठक में उन्होंने वीसी-रजिस्ट्रार से इस बारे में सवाल किया था। उनसे पूछा था-'दीक्षा समारोह में आखिर उन विद्यार्थियों को किस साल का प्रमाणपत्र दिया जाएगा? दो माह इंतजार के बाद अप्रैल में ही कन्वोकेशन होता तो क्या बनने-बिगडऩे वाला था।Ó इसके जवाब में रजिस्ट्रार ने उनसे गुजारिश की कि राजभवन से कन्वोकेशन की तारीख तय हो गई है ऐसे में अब कुछ नहीं होने वाला।

स्नातक व मास्टर डिग्री वालों  को नहीं मिल पाएगी डिग्री

विश्वविद्यालय छात्रसंघ की महासचिव स्वर्णिम चौहान, छात्र नेता ठाकुर प्रिंस, आरडीएस कॉलेज छात्रसंघ के अध्यक्ष राजा बाबू, उपाध्यक्ष हंसा भारती, एलएस कॉलेज छात्रसंघ के अध्यक्ष निकेश कुमार, उपाध्यक्ष केशव कुमार, एलएनटी कॉलेज व डॉ. राममनोहर लोहिया कॉलेज छात्रसंघ की काउंसिल मेंबर क्रमश: सुप्रिया कुमारी, अंजली साह ने कहा कि तीन साल का इंतजार फिर भी बैकडेट वालों को ही डिग्री क्यों।

दीक्षा से यूनिवर्सिटी टॉपर हिमांशु वंचित

सत्र 2013-15 सत्र के पीजी इतिहास विभाग का यूनिवर्सिटी टॉपर हिमांशु कुमार दीक्षा समारोह में डिग्री लेने से वंचित हो रहे हैं। उन्हें इसका काफी मलाल है। हिमांशु ने विभागाध्यक्ष से मिलकर अपना विरोध जताया। उनका कहना है कि दीक्षा समारोह के लिए बनी टॉपरों की सूची में अपना नाम नहीं देखकर चिंतित हैं।

 कुलाधिपति सह राज्यपाल से गोल्ड मेडल प्राप्त करने की हसरत अधूरी रह जाएगी। अधिकारियों ने बताया कि उस सेशन को इसमें शामिल नहीं किया गया है। क्योंकि, उस सत्र की डिग्रियां बिना कन्वोकेशन के ही बांटी जा चुकी हैं।


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