बीएड में नामांकन के लिए 30 फीसद छात्र ही अबतक काउंसिलिंग के लिए पहुंचे
अबतक काउंसिलिंग नहीं कराने वाले विद्यार्थियों को आज मिलेगा मौका।15 को नोडल विवि करेगा विकल्प को रीसेट चार विकल्प दे सकेंगे छात्र। नौ से 12 दिसंबर छात्रों को आवंटित कॉलेजों में नामांकन के लिए प्रमाणपत्र के सत्यापन की तिथि निर्धारित की गई थी।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। बीएड में नामांकन के लिए दूसरे चरण की काउंसिलिंग के लिए चार दिनों में करीब 30 फीसद छात्र-छात्राओं ने ही प्रमाणपत्रों का सत्यापन कराया। नौ से 12 दिसंबर छात्रों को आवंटित कॉलेजों में नामांकन के लिए प्रमाणपत्र के सत्यापन की तिथि निर्धारित की गई थी। अबतक जिन छात्र-छात्राओं ने सत्यापन नहीं कराया है या वे अगले चरण के लिए अपग्रेड करना चाहते हों उन्हें रविवार को मौका दिया जाएगा।
नोडल पदाधिकारी प्रो.प्रमोद कुमार ने बताया कि 15 दिसंबर को नोडल विवि की ओर से आवंटित कॉलेज के विकल्प को रीसेट किया जाएगा। इसके बाद छात्र-छात्राओं को तीसरे चरण के लिए फिर से चार कॉलेजों का विकल्प चुनने का मौका दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि जो छात्र अगले चरण में कॉलेज का विकल्प देकर नामांकन नहीं कराएंगे उनका दावा समाप्त कर दिया जाएगा। इसके बाद मेरिट लिस्ट में अगले अभ्यर्थी को मौका दिया जाएगा।
सीट बचने पर ऑनस्पॉट का मिलेगा विकल्प
तीसरी मेधा सूची 20 दिसंबर तक जारी की जा सकती है। यदि इसमें काउंसिलिंग के बाद भी कॉलेजों में सीट रिक्त रह जाती है तो उसे भरने के लिए ऑन स्पॉट नामांकन का विकल्प दिया जा सकता है। बताया गया कि दूसरे जिले में नामांकन के लिए कॉलेज आवंटित कर देने के कारण काफी छात्र-छात्राओं ने नामांकन नहीं लिया था। कॉलेज का विकल्प रीसेट करने के बाद वे फिर से कॉलेज का विकल्प दे सकेंगे। छात्र-छात्राएं इसमें उन्हीं कॉलेज का विकल्प दें जहां वे नामांकन लेना चाहते हों।
तिथि कुल आवंटित नामांकन अपग्रेड
नौ दिसंबर- 450 99 21
10 दिसंबर- 550 128 18
11 दिसंबर- 450 202 21
12 दिसंबर- 400 167 22
फॉर्म भरने के दौरान आरडीएस कॉलेज में हंगामा
आरडीएस कॉलेज में स्नातक पार्ट टू का फॉर्म भरने के लिए दो दिनों से चक्कर काट रहे छात्र-छात्राओं का गुस्सा शनिवार को फूट पड़ा। छात्रों ने कॉलेज का गेट बंद कर बाहर प्रदर्शन किया। उनका कहना था कि छात्र-छात्राओं के लिए अलग-अलग काउंटर नहीं बनाए गए थे। अधिक भीड़ हो जाने के कारण दो दिनों से लौटना पड़ रहा था। शनिवार को भी एक ही काउंटर खुला था। कम कर्मचारी होने का हवाला देकर उन्हें कतार में खड़े रहने के लिए कहा जा रहा था। इसपर छात्र भड़क गए। हंगामा के बाद एक और काउंटर खोलकर फॉर्म जमा कराया गया। बिहार छात्र संघ के अध्यक्ष गौतम सिंह ने बताया कि छात्रों की परेशानी को कर्मचारी नजरअंदाज कर रहे थे। इसी कारण हंगामा हुआ। मौके पर तैयब खान, आदित्य, मौसमी श्रीवास्तव, वैभव शिवम पंडित आदि मौजूद थे।