B. R. Ambedkar Bihar University: कॉलेजों में कोरोना से बचाव के लिए स्नातक में ऑनलाइन एडमिशन
B. R. Ambedkar Bihar University कोरोना से बचाव के लिए स्नातक में ऑनलाइन नामांकन होगा। जिन कॉलेजों में ऑनलाइन की सुविधा नहीं होगी वहां विश्वविद्यालय ऑनलाइन की व्यवस्था खुद कराएगा।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। बीआरबीए बिहार विश्वविद्यालय के कॉलेजों में कोरोना से बचाव के लिए स्नातक में ऑनलाइन नामांकन होगा। जिन कॉलेजों में ऑनलाइन की सुविधा नहीं होगी, वहां विश्वविद्यालय ऑनलाइन की व्यवस्था खुद कराएगा। ऐसे कॉलेजों को चिह्नित कर अकाउंट नंबर मांगा जा रहा है। उसे विश्वविद्यालय के वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा। छात्र-छात्रा उन कॉलेजों में नामांकन के लिए विश्वविद्यालय के पोर्टल पर नामांकन की फीस भी जमा करेंगे।
नामांकन मद की जो राशि जमा होगी वह सीधे कॉलेज के खाते में जाएगी। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए इस बार नामांकन ऑनलाइन ही लिया जाएगा। स्नातक में एडमिशन के लिए 15 अगस्त तक ऑनलाइन आवेदन होना है। इंटरमीडिएट में नामांकन की तिथि बढ़ी इंटरमीडिएट में नामांकन की तिथि सात से 12 अगस्त तय की गई थी। कोविड-19 के कारण अब इसे बढ़ाकर 13 से 17 अगस्त की गई है।
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के संयुक्त सचिव संजीव सुमन ने जिला शिक्षा पदाधिकारी के साथ सभी प्राचार्यो, उच्च माध्यमिक, इंटर या डिग्री महाविद्यालयों को अवगत करा दिया है। हमारे समाज का अहम हिस्सा किन्नर आरडीएस कॉलेज के स्नातकोत्तर दर्शनशास्त्र विभाग एवं भारतीय महिला दार्शनिक परिषद के संयुक्त तत्वावधान में लैंगिक समानता एवं नारी अधिकार विषय पर आयोजित राष्ट्रीय वेब व्याख्यानमाला के पाचवे दिन मुख्य वक्ता के रूप में कालीकट केरल विश्वविद्यालय के डीन डॉ. केके गीथा ने ट्रासजेंडर (किन्नर) को समाज का अहम हिस्सा बताया।
कहा कि, सदियों से इन्हें सामाजिक बहिष्कार का सामना करना पड़ा है। इनके साथ भेदभाव, शिक्षा एवं चिकित्सा सुविधाओं की कमी, बेरोजगारी, हमेशा से रही है। इन्हें बराबरी का दर्जा मिलना चाहिए। डॉ. नीलिमा झा ने कहा समाज को इन्हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। अतिथि वक्ता वरिष्ठ शिक्षिका स्मिता श्रीवास्तव, डॉ. रजनीश कुमार गुप्ता आदि ने भी अपने विचार रखे। अध्यक्षीय भाषण प्राचार्य डॉ. ओमप्रकाश सिंह तथा संचालन डॉ. पयोली एवं डॉ. रेखा श्रीवास्तव ने किया। धन्यवाद ज्ञापन डॉ. सुमन लता ने किया। वेबिनार में राची विश्वविद्यालय से प्रो. राजकुमारी सिन्हा, पटना विश्वविद्यालय से प्रो. गीता कुमारी, डॉ. पूनम सिन्हा, डॉ. आलोक प्रताप सिंह, डॉ. इंदिरा कुमारी, डॉ. राकेश कुमार, प्रो. अनीता सिंह, डॉ. रजनीश कुमार गुप्ता, डॉ. अनीता घोष, डॉ. ललित किशोर आदि शामिल रहे।