पूर्वी चंपारण में रेलवे स्टेशन से संदिग्ध बांग्लादेशी गिरफ्तार, पश्चिम बंगाल के रास्ते पहुंचा था दिल्ली
लोकसभा चुनाव एवं होली को लेकर आरपीएफ द्वारा चलाया जा रहा था जांच अभियान। इस दौरान पकड़ा गया बंग्लादेशी नागरिक। उसके पास नहीं था पासपोर्ट एवं वीजा।
पूर्वी चंपारण, जेएनएन। पूर्वी चंपारण में एक संदिग्ध बांग्लादेशी नागरिक को शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया है। उसे जिले के रक्सौल के आरपीएफ अंतर्गत रक्सौल-सीतामढ़ी रेलखंड के घोड़ासहन स्टेशन से जांच के दौरान आरपीएफ जवानों ने पकड़ा है। गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान मोहम्मद अख्तर हुसैन (करीब 45 ) के रूप में की गई है। वह बांग्लादेश के जुनैदाहा जिला अंतर्गत कालीगंज थाना के भाटा ढंगा गांव निवासी सोहार अली का पुत्र है। उसके पास से बांग्लादेश का पहचान पत्र, 1496 भारतीय करेंसी, चेक बुक, जमा पर्ची, डिपोजिट फाॅर्म, उसके नाम से बांग्लादेश बैंक मे 350 रुपये जमा है।
साथ ही मजरूल हसन व एनामुल हक नामक दो बांग्लादेशी का नाम से संबंधित एक पर्चा उसके पास से मिला है जिसपर दोनों का मोबाइल नंबर भी अंकित है। उसके बॉडी सर्च के दौरान एक बांग्लादेशी किताब भी मिला है। घोड़ासहन आरपीएफ के आउट पोस्ट प्रभारी श्यामबाबू सिंह ने बताया कि लोकसभा चुनाव एवं होली को लेकर स्टेशन परिसर में जांच अभियान चलाया जा रहा था। इस दौरान स्टेशन के बाहर खड़े उपरोक्त व्यक्ति से पूछताछ की गई। उसके पास वीजा व पासपोर्ट नहीं था। पूछताछ के दौरान गिरफ्तार व्यक्ति ने बताया कि वह बेनापूर बोर्डर से भारतीय सीमा मे प्रवेश करने के बाद पश्चिम बंगाल के बनगांव पहुंचा।
इसके बाद ट्रेन से दिल्ली पहुंचने के बाद निजामुद्दीन दरगाह पहुंचा। यहां दस दिन ठहरा। फिर यहां से घोड़ासहन कैसे पहुंचा इस संबंध वह स्पष्ट नहीं बताया। उसके द्वारा बताए गए कई बातों को गुप्त रखकर आरपीएफ ने सुरक्षा एजेंसियों को सूचित कर दिया है। स्टेशन परिसर में पोस्ट प्रभारी के साथ जांच में हेड कांस्टेबल विजय कुमार सिंह एवं चंदन कुमार साथ थे। रक्सौल आरपीएफ इंस्पेक्टर राजकुमार ने बताया कि गिरफ्तार व्यक्ति को पूछताछ के बाद रक्सौल मे कार्यरत आव्रजन विभाग के अधिकारी संजीव कुमार को सौंप दिया गया है।