बिहार चुनाव से ठीक पहले दरभंगा में एक करोड़ 11 लाख रुपये जब्त, दो को पुलिस ने लिया हिरासत में
दरभंगा-समस्तीपुर मार्ग पर विशनपुर के हनुमाननगर चेक पोस्ट के पास हुई जब्ती। वरीय पुलिस अधीक्षक बाबूराम ने बताया कि रोहित पूछताछ में बार-बार अपना बयान बदल रहा है। पहले बताया कि कंपनी का पैसा है। सीमेंट का पैसा समस्तीपुर से कलेक्शन कर लाए हैं।
दरभंगा, जेएनएन। दरभंगा-समस्तीपुर मार्ग में जिले के विशनपुर थानाक्षेत्र के हनुमाननगर स्थित चेक पोस्ट पर मंगलवार को वाहन जांच के दौरान एक स्कार्पियो से एक करोड़ 11 लाख 9 हजार 1 सौ 50 रुपये जब्त किए गए हैं। पुलिस ने स्कार्पियो (रजिस्ट्रेशन नंबर बीआर 05पीए-5060) को भी जब्त कर लिया है। वाहन चालक समेत दो को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। जबकि, एक युवक पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। पकड़े गए लोगों में मधुबनी के जयनगर निवासी रोहित खंडेलवाल और चालक संतोष पासवान शामिल हैं।
दोनों ने फरार युवक गौतम कुमार को जयनगर का निवासी बताया है। छापे के दौरान रोहित ने अपना मोबाइल पानी में फेंक दिया। उसके पास से बरामद आधार कार्ड पर उसका पता रानीगंज, बंगाल पाया गया है। जब पते को लेकर पूछताछ की गई तो बताया कि वह जयनगर में अपनी बहन के यहां रहता है। उससे रुपये के संदर्भ में काफी पूछताछ की गई। लेकिन, न तो संतोषजनक जवाब दिया और न ही रुपये के संबंध में कोई कागजात प्रस्तुत किए। पूरे मामले की जांच एक्सपेंडिचर नोडल ऑफिसर एवं अन्य संबंधित अधिकारी करने में जुटे हैं। वरीय पुलिस अधीक्षक बाबूराम ने बताया कि रोहित पूछताछ में बार-बार अपना बयान बदल रहा है। पहले बताया कि कंपनी का पैसा है। सीमेंट का पैसा समस्तीपुर से कलेक्शन कर लाए हैं। लेकिन, किसी भी दुकान की जानकारी नहीं दी। फिर बताया कि यह सभी राशि उनके सीनियर पुरषोत्तम झा ने दी है। कहा- समस्तीपुर के मुक्तापुर स्थित एक सीमेंट दुकान के पास सड़क पर उन्हें रुपये दिए गए। पुरषोत्तम के बुलाने पर सुबह के चार बजे अपने घर से समस्तीपुर लिए रवाना हुआ था। दिन के दस बजे में उसे रुपये मिले। हालांकि, पुरषोत्तम कहां रहने वाला है और उसका ऑफिस कहां है इसकी कोई जानकारी नहीं दी। पूछताछ के क्रम में उसने बताया कि वह पांच वर्षों से कंपनी में काम कर रहा है। उसे 12 हजार रुपये पगार मिलता है। लेकिन, वह न तो अपने सीनियर को जानता है और न ही अपने मालिक को। कंपनी के किसी भी कर्मी का नाम और मोबाइल नंबर भी नहीं बताया।
पुरुषोत्तम को जयनगर में देनी थी राशि
जब रोहित यह पूछा गया कि यह रुपये कहां और किसे देना है तो उसने बताया सारी राशि पुरषोत्तम को जयनगर में देनी है। इसके बाद फिर पूछा गया कि पुरषोत्तम ने जब उसे रुपये दिया ही तो उसे वापस क्यों करेगा। इसके बाद रोहित खुद को नर्वस होने की बात कह दस मिनट का समय मांगा। किसी को फोन करने के लिए एक कॉल करने की इजाजत मांगी। इसके बाद पूरी जानकारी देने की बात कही। इसी तरह से वह अपना बयान बदलता रहा। बहरहाल वीडियो रिकॉर्डिंग के साथ पूछताछ जारी है।
जिलाधिकारी, दरभंगा डॉ. त्यागराजन एसएम ने कहा कि मामले की जांच के लिए उप विकास आयुक्त तनय सुल्तानिया के नेतृत्व में तीन सदस्यीय जांच टीम गठित की गई है। जांच के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। वहीं दरभंगा के वरीय पुलिस अधीक्षक बाबूराम ने कहा कि जब्त राशि को जिला निर्वाचन व्यय-लेखा कोषांग को सौंप दिया गया है। पकड़े गए लोगों से आवश्यक पूछताछ के दौरान मिली जानकारी का सत्यापन किया जा रहा है।