जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। तमिलनाडु हिंसा मामले में पिछले दिनों हिंसक वीडियो बनाकर प्रसारित करने के मामले के तार मुजफ्फरपुर से भी जुड़ गए हैं। इस मामले में एक युवक को गिरफ्तार किया गया है।
जानकारी के अनुसार, रविवार को तिरुपुर जिले के साइबर क्राइम थाने की तीन सदस्यीय टीम सदर थाने पर पहुंची। टीम का नेतृत्व थानाध्यक्ष ए चित्रा देवी कर रही थीं।
सदर थानेदार सत्येंद्र मिश्रा को वस्तुस्थिति से अवगत कराने के बाद कच्ची-पक्की शेरपुर कोल्ड स्टोर चौक के समीप छापेमारी कर एक युवक को हिरासत में लिया गया।
पूछताछ में आरोपित की पहचान हथौड़ी थाना क्षेत्र के बरहद गांव निवासी देवी लाल सहनी के पुत्र उपेन्द्र सहनी के रूप में हुई है।
उसके खिलाफ तिरुपुर साइबर क्राइम थाने में फर्जी हिंसक वीडियो प्रसारित करने के मामले में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी।
आराेपित से पूछताछ में पता लगा कि वह वहां पर राजमिस्त्री का काम करता था। वीडियाे प्रसारित हाेने के बाद 26 फरवरी को वहां से निकला था और एक मार्च को मुजफ्फरपुर पहंचा।
सदर थाना इलाके में अपनी पहचान को छुपाकर मजदूरी कर रहा था। यहां पर वह कोल्ड स्टोर में काम करता था।
यूट्यूबर ने किया था कॉल
आरोपित ने पूछताछ में बताया कि उसे एक यूट्यूबर ने यहां से कॉल किया था। उसने पूछा कि आप मनीष कश्यप बोल रहे हैं क्या? कॉल करने वाले ने हां में जवाब दिया।
फिर उससे पूछा कि वहां क्या स्थिति है? उपेंद्र ने कहा कि यहां बहुत खराब हालात हैं। सभी लोग यहां से जान बचाकर भाग रहे हैं।
इस पर कॉल करने वाले ने उसे कुछ वीडियो भेजने को कहा था। आरोपित ने वहां से कई वीडियो उसके मोबाइल पर भेज दिए थे।
जांच में इसका पता लगने पर आरोपित के खिलाफ साइबर क्राइम थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई। इसी बीच वह वहां से तमिलनाडु से भाग निकला था।
ट्रांजिट रिमांड पर लेकर जाएगी तमिलनाडु पुलिस
तमिलनाडु की पुलिस उसे गिरफ्तार कर मुजफ्फरपुर सिविल कोर्ट में पहुंची। यहां पर ट्रांजिट रिमांड पर लेने के लिए अर्जी दी गई है।
अनुमति मिलने के बाद पुलिस उसे लेकर रवाना हो जाएगी। सदर थानाध्यक्ष सत्येंन्द्र कुमार मिश्र ने बताया कि उक्त आरोपित को तमिलनाडु की पुलिस गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई है।
मोबाइल लोकेशन से पहुंची पुलिस
पुलिस सूत्रों की मानें तो आरोपित के वहां से भागकर बिहार आने के बाद साइबर क्राइम थाने की पुलिस वैज्ञानिक तरीके से अनुसंधान करने में जुट गई थी।
पुलिस ने जिस मोबाइल नंबर से वीडियो प्रसारित किया गया था, उसकी लोकेशन खंगालनी शुरू की थी। इसी से उसके नाम और पते की जानकारी मिली थी।
पुलिस ने तिरुपुर में मिली लोकेशन पर छापेमारी की तो वहां से पता लगा कि वह यहां से जा चुका है। इस बीच कुछ समय के लिए उसका नंबर भी बंद हो गया। फिर उसने कई दिन बाद अपना नंबर ऑन किया।
पुलिस इसे लगातार ट्रेस कर रही थी। इसी आधार पर उसकी नई लोकेशन कच्ची-पक्की के रतवारा स्थित एक कोल्ड स्टोर की मिली। इसके बाद वहां की पुलिस उसे गिरफ्तार करने पहुंची और वह पकड़ा गया।