पश्चिम चंपारण: नरकटियागंज अनुमंडलीय अस्पताल के डेढ़ दर्जन चिकित्सकों पर गिरी गाज
West Champaran कार्रवाई की जद में आए स्वास्थ्य प्रबंधक व दो दर्जन स्वास्थ्य कर्मी सीएस ने अनुमंडलीय अस्पताल के उपाधीक्षक से मांगा कंमेट निरीक्षण के दौरान डेढ़ दर्जन चिकित्सक व दो दर्जन से ज्यादा स्वास्थ्यकर्मी ड्यूटी से गायब पाए गए।
बेतिया, जासं। जिले मे एक ओर जहां कोविड की तीसरी लहर दस्तक दे चुकी है। वहीं दूसरी ओर चिकित्सक और स्वास्थ्यकर्मियों की कार्यशैली में किसी तरह का बदलाव नहीं आया है। शनिवार को सिविल सर्जन डा. वीरेन्द्र कुमार चौधरी ने नरकटियागंज अनुमंडलीय अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान डेढ़ दर्जन चिकित्सक व दो दर्जन से ज्यादा स्वास्थ्यकर्मी ड्यूटी से गायब पाए गए। इसको गंभीरता से लेते हुए सीएस ने सभी अनुपस्थित चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मियों से स्पष्टीकरण मांगा है। साथ ही तत्काल प्रभाव से सभी के वेतन भुगतान पर रोक लगा दी है।
वहीं अनुमंडलीय अस्पताल के प्रभारी उपाधीक्षक से गायब लोगों के विरुद्ध अपने मंतव्य के साथ प्रतिवेदन भेजने का आदेश दिया है। सीएस के निरीक्षण के दौरान गायब चिकित्सकों में डा. मणिकांत, डा. मनोज कुमार गुप्ता, डा. वीरेश्वर प्रसाद, डा. विजय कुमार झा, डा. प्रशांत कुमार, डा. निकहत तब्बसूम, डा. गोविन्द चन्द्र शुक्ल, डा् ब्रजेश किशोर प्रसाद, डा. जहिरूद्दीन, डा. अबरार आलम, डा. चांद मोहम्मद, डा. एसएम जियाउलहक, डा. अभिनव अनुज, डा. एकराम अंसारी, डा. बुलबुल कुमारी के नाम शामिल है। इनके अलावा स्वास्थ्य प्रबंधक रविशंकर प्रसाद सिंह, लेखापाल मोहम्मद शाहनवाज और सुमित कुमार सिन्हा भी शामिल हैं।
वहीं जीएनएम कुमारी चंदा, सीता कुमारी, सुप्रिया शालिनी, अर्चना कुमारी, खुशबू कुमारी, बादशाह रानी, नीलम कुमारी, संगीता कुमारी, प्रमिला देवी, प्रकीर्ण कुमार, हेमराज मीणा, नरसी राम सैनी, रजनी कुमारी, रजनिश कुमार दुबे, सुनीता कुमारी, प्रयोगशाला प्रावैदिक प्रदीप शुक्ल, देव प्रकाश, ओम प्रकाश, सुबोध साह, डा. इंट्री आपरेटर संजीव कुमार, यक्ष्मा सेवक छठू राम, कार्यालय परिचारी प्रशांत प्रसाद ड्यूटी से गायब पाए गए हैं।
एनएचएम अभिलेख संधारण नहीं करने पर स्वास्थ्य प्रबंधक व लेखापालों पर होगी कोविड एक्ट के तहत होगी कार्रवाई: सीएस डा. वीरेन्द्र कुमार चौधरी ने बताया कि निरीक्षण के दौरान यह बात सामने आई है कि एनएचएम अभिलेखों का किसी तरह की जानकारी नहीं मिली। इसका कारण स्वास्थ्य प्रबंधक रविशंकर प्रसाद सिंह, लेखापाल मोहम्मद शाहनवाज व सुमित कुमार सिन्हा ड्यूटी से गायब थे। जिससे भुगतान एवं अन्य कार्यो के बारे में किसी तरह की जानकारी नहीं मिली। तीनों के खिलाफ कोविड के तीसरी लहर में गायब रहना गंभीर मामला है। ऐसे में तीनों के विरुद्ध कोविड एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी। साथ ही उन्होंने प्रभारी अनुमंडलीय अस्प्ताल के प्रभारी उपाध्यक्ष को तीनों के विरुद्ध प्रतिवेदन देने का निर्देश दिया है।