हाजीपुर रेलमार्ग के गुमटी पर रेलगार्ड से टकराई सवारी ट्रेन, इंजन क्षतिग्रस्त
केटल गार्ड, फूड हॉल्डर टूटा, तेल टंकी फूटने से बची। स्टेशन से दोपहर 1 बजे टे्रन खुली, लोको पायलट व गेटमैन की सतर्कता से बड़ा हादसा टल गया।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। हाजीपुर रेलमार्ग पर गुरुवार को रेलवे गुमटी संख्या 31 सी पर रेल गार्ड से 63265 सवारी ट्रेन टकरा गई। इससे उसका इंजन क्षतिग्रस्त हो गया। इंजन में लगे केटल गार्ड, फूड हॉल्डर टूट गए। डीजल टंकी फूटने से बच गई। लोको पायलट व गेटमैन की सतर्कता से बड़ा हादसा टल गया। जानकारी के अनुसार हाजीपुर रेलमार्ग पर रेलवे गुमटी संख्या 31 सी पर नई डबल लाइन पर कार्य करने के लिए रेल गार्ड लगा कर छोड़ दिया गया।
भगवानपुर स्टेशन पर सवारी ट्रेन आकर रुकी। स्टेशन से दोपहर 1 बजे टे्रन खुली। गुमटी पर आते ही रेल गार्ड से इंजन टकरा गया और लाइन पर करीब आधा किमी तक घसीटाते रहा। गेटमैन के संकेत पर लोको पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन रोकी। ट्रेन की रफ्तार 30 किमी थी। सवार यात्रियों को हल्ला झटका लगा। झटका से यात्रियों में अफरातफरी मच गई।
ट्रेन के रुकते ही यात्री बोगी से कूद कर ट्रैक पर आ गए। कर्मियों ने बताया कि दोहरीकरण कार्य के दौरान रनिंग ट्रैक के किनारे बांस से घेराव करना अनिवार्य है। लेकिन कंस्ट्रक्शन अधिकारी व ठेकेदार ने कागज पर घेराव कार्य किया और ट्रैक किनारे कोई सुरक्षा का घेरा नहीं किया है।
इसमें होने वाले खर्च की राशि का गोलमाल कर दिया। जिससे बिना बांस का घेरे का डबल लाइन पर कार्य हो रहा है। लोको पायलट ने कहा कि गुमटी पर रेल गार्ड से टकरा गई। इसमें इंजन क्षतिग्रस्त हुआ है। वरीय अधिकारी को सूचना दे दी गई है।
मालूम हो कि पिछले माह डबल लाइन पर कार्य के दौरान जेसीबी से 15028 मौर्य एक्सप्रेस भी टकरा गई थी। इसमें भी इंजन क्षतिग्रस्त हो गया था। टकराने से बड़ा हादसा टल गया था। बावजूद रेलवे अधिकारी ने रनिंग टै्रक किनारे बांस से घेराव करने में कोई दिलचस्पी नहीं ली।