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नए साल के उमंग पर ओमिक्रोन का ग्रहण, प‍श्‍च‍िम चंपारण में घर पर ही पिकनिक की तैयारी

West Champaran खतरे से बचने के लिए लोगों ने तो खुद ही पीछे खींच लिया है पांव ओम‍िक्रोन का केस बढ़ने से लोगों में दहशत का महौल। ओम‍िक्रोन से बचाव के ल‍िए गाइडलाइन का पालन करना जरूरी है।

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Published: Thu, 30 Dec 2021 04:41 PM (IST)Updated: Thu, 30 Dec 2021 04:41 PM (IST)
नए साल के उमंग पर ओमिक्रोन का ग्रहण, प‍श्‍च‍िम चंपारण में घर पर ही पिकनिक की तैयारी
ओम‍िक्रोन से बचाव के ल‍िए गाइडलाइन का करें पालन। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

बेतिया (पचं), जासं। नए साल का काउंटडाउन शुरू होने पर जश्न की तैयारी में कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन ने खलल डाल दिया है। लोगों के उत्साह पर पानी फिर गया है। नए साल के जश्न की तैयारी कर चुके लोगों का उत्साह ओमीक्रोन के कारण फीका हो गया है। संक्रमण से बचाव के लिए प्रशासन ने 2 जनवरी तक पार्क व उद्यान को पूर्णत बंद करने का निर्देश जारी किया है, जिसके बाद लोागें के जश्न की तैयारी धरी की धरी रहती दिख रही है। ओमीक्रोन के बढ़ते खतरे के मद्देनजर लोग भी सतर्क हो गए हैं। कई लोगों ने तो खुद ही जश्न में शरीक होने से पांव पीछे खींच लिया है। अब लोग नए साल की पार्टी घरों में ही करने की तैयारी कर रहे हैं। मयंक कुमार, मनीष पोद्दार, रूपेश श्रीवास्तव, अमित कुमार ने बताया कि नए साल के जश्न के लिए पूरी तैयारी कर ली गई थी। गाड़ी, बाजा बुक कर ली गई थी। खाने-पीने की सामग्री भी खरीद ली गई थी। जश्न के लिए 31 दिसंबर की रात भीखनाठोरी जाने का प्रोग्राम बना था, लेकिन अब प्रोग्राम कैंसिल कर दिया गया है। अंजना श्रीवास्तव, प्रियंका कुमारी, नेहा कुमारी, शिल्पी कुमारी ने बताया कि प्रतिवर्ष स्वजनों के साथ घर से बाहर नए साल को सेलिब्रेट करती है। लेकिन ओमीक्रोन के खतरे के मद्देनजर इस साल बाहर जाने का प्रोग्राम कैंसिल है। घर पर ही पिकनिक मनाने की तैयारी है। इसका भी एक अलग ही आनंद है। इस आनंद को सेलिब्रेट करने के लिए घर के सारे सदस्य तैयार है।

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मंदिरों में पूजा-अर्चना के साथ मनाएंगें नए साल की खुशियां

नया वर्ष बस आने को है। बीते करीब दो साल कोरोना महामारी के साए में बीते है। अभी भी कोरोना महामारी का नया स्वरूप ओमिक्रोन को लेकर ङ्क्षचता बनी हुई है। इस महामारी ने एक ओर करियर और रोजगार को लेकर चुनौतियां पैदा की हैं। ऐसे में हर व्यक्ति की यही इच्छा होती हैं कि आने वाला साल उनके लिए ढेर सारी खुशियां लेकर आए। घर में सुख-शांति बनी रहे। इसलिए साल की शुरुआत लोग अच्छे कार्यों के साथ ही करना चाहते हैं। ताकि पूरा साल अच्छे से गुजरे। इसके लिए नए साल के पहले दिन वे पूजा-पाठ करते हैं, मंदिर जाते हैं, दान आदि करते हैं। ताकि साल भर मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहे। आचार्य सुजीत द्विवेदी बताते हैं कि नए साल के पहले दिन की शुरुआत गणेश जी की पूजा से करें। इसके लिए किसी गणेश मंदिर जाएं। उन्हें लड्डू का भोग लगाएं और प्रसाद को गरीबों में बांट दें। ऐसा करने से धन संबंधी कार्य बनने लगेंगे और कारोबार में भी बरकत होगी।

देवी स्थान पर श्रद्धालुओं का लगेगा ताता

जिले में कई ऐसे महत्वपूर्ण मंदिर हैं जहां श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रहती है। लेकिन, नए साल की बात करें तो वहां श्रद्धालुओं की अच्छी-खासी भीड़ उमड़ती है। बैरिया प्रखंड का सिद्ध पीठ पटजिरवा स्थान है। जो जिला मुख्यालय से मात्र 15 किलोमीटर दूरी पर स्थित है। ऐसा मान्यता हैं कि देवी मां का ङ्क्षपड यहां स्थापित है। जिसकी पूजा करने से भक्तों के सारे कष्ट दूर हो जाते है। वहीं सहोदरा स्थित सुभद्रा मां स्थान मंदिर पर भक्तों की भीड़ कम नहीं लगती है। ऐसा माना जा रहा है। नए साल के जश्न को लेकर युवा अपने-अपने परिवार के साथ सबसे पहले सुभद्रा मंदिर पहुंचते है और उसके बाद कुछ ही दूरी पर स्थित भिखनाठोरी के वादियों का नजार देखने के लिए चले जाते है। जो उनके लिए नए साल के जश्न में चारचांद लगा देता है।


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