कार्तिक पूर्णिमा को लेकर विभिन्न घाटों पर मजिस्ट्रेट व पदाधिकारियों की तैनाती
रेवा समेत कई जगहों पर पहुंचकर जिलाधिकारी ने लिया सुरक्षा व्यवस्था का जायजा। सुरक्षा के मद्देनजर तैनात मजिस्ट्रेट व पुलिस पदाधिकारियों को दिए कई बिंदुओं पर निर्देश।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। कार्तिक पूर्णिमा पर स्नान को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। प्रशासन के संयुक्त आदेश पर सभी जगहों पर मजिस्ट्रेट व पुलिस पदाधिकारियों की तैनाती की गई है। शांति विधि व्यवस्था बनाए रखने को सभी पदाधिकारियों को डीएम व एसएसपी ने संयुक्त रूप से निर्देश जारी किया है। इधर, सोमवार को जिलाधिकारी आलोक रंजन घोष ने रेवा घाट समेत अन्य जगहों पर पहुंचकर वहां की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। डीएम ने अपर समाहर्ता से गोताखोरों और एसडीआरएफ की तैनाती को लेकर जानकारी ली और इस संबंध में आवश्यक निर्देश दिया। रेवा घाट पर प्रतिनियुक्त दंडाधिकारियों और पुलिस पदाधिकारियों की ब्रीफिंग भी की। डीएम ने स्पष्ट रूप से कहा कि कार्य में किसी तरह की शिथिलता पर कार्रवाई की जाएगी। आपदा प्रबंधन को अलर्ट मोड़ में रहने का निर्देश दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग को चिकित्सा शिविर में पूरी इंतजाम के लिए कहा गया है। घाटों पर सुरक्षा के दृष्टिकोण से बैरिकेडिंग का भी डीएम ने निरीक्षण किया। साथ ही बोट के माध्यम से प्रशासनिक टीम द्वारा गश्ती की गई। निजी नाव के परिचालन पर रोक, 144 लागू : अनुमंडल पदाधिकारी पूर्वी डॉ. कुंदन कुमार ने विधि व्यवस्था एवं मानव जीवन के हानि को रोकने को लेकर निजी नाव का परिचालन बंद कर दिया है। साथ ही विभिन्न जगहों पर धारा 144 लागू कर दिया है। पर्याप्त संख्या में पुलिसकर्मियों की लगाई गई ड्यूटी : महत्वपूर्ण चिह्नित स्थलों, नदी घाटों पर शाति एवं विधि व्यवस्था के मद्देनजर 91 सूचना संग्रहण एवं समन्वय पदाधिकारी, 91 पुलिस पदाधिकारी और पर्याप्त संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है। 15 वरीय दंडाधिकारी अलग-अलग निर्धारित क्षेत्रों में विधि-व्यवस्था पर पैनी नजर रखेंगे। किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने तथा महत्वपूर्ण सूचना देने हेतु स्थानीय पीआइआर में जिला नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है। नियंत्रण कक्ष का दूरभाष नंबर 0621-2212377 एवं 2216275 है।