कटरा व औराई प्रखंडों में एनआरएचएम घोटाला, डीएम ने दिया जांच का आदेश
चार सदस्यीय टीम का गठन। औराई में जननी बाल सुरक्षा योजना में करोड़ों का घपला आ चुका है सामने। कुढऩी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कर्मियों की अवैध बहाली।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। जिले के कटरा व औराई प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एनआरएचएम (राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन) की योजनाओं में घोटाला की बात सामने आई है। डीएम मो. सोहैल ने दोनों प्रखंडों में योजनाओं की राशि के घोटाले की विस्तृत जांच का आदेश दिया है। उनके आदेश पर अपर समाहर्ता, आपदा प्रबंधन अतुल कुमार वर्मा ने चार सदस्यीय जांच टीम का गठन किया है।
मालूम हो कि औराई में जननी बाल सुरक्षा योजना में भारी घपले की पुष्टि हो चुकी है। डीएम ने इस मामले में दोषी चिकित्सा पदाधिकारी व स्वास्थ्य कर्मियों पर कार्रवाई की अनुशंसा विभाग से कर दी है। अब अन्य सभी योजनाओं की जांच की जाएगी। माना जा रहा कि इन प्रखंडों में करोड़ों की राशि का घपला किया गया है।
कमेटी में इन्हें किया गया है शामिल
गौरव पांडेय, डीएसपी पूर्वी, मनोज कुमार सिंह, जिला लेखा पदाधिकारी, एसीएमओ डॉ. अरुण कुमार सिन्हा व जिला कार्यक्रम पदाधिकारी ललिता कुमारी।
कर्मियों की अवैध बहाली
कुढऩी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कई कर्मियों की अवैध बहाली का मामला सामने आया है। सिविल सर्जन डॉ. शिवचंद्र भगत ने इसकी सूचना डीएम मो. सोहैल को दी है। साथ ही प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को दोनों बहाली को रद करने का आदेश दिया गया है। यह मामला तब सामने आया जब बहाल कर्मियों ने मानदेय की मांग की। इसके बाद जांच में यह बात सामने आई कि तत्कालीन प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी योगेंद्र राम ने बबलू राम व उमेश कुमार सिंह की बहाली की थी।
दोनों को पीएचसी कुढऩी से भुगतान भी दिया गया। फरवरी 2016 के बाद भुगतान बंद होने के बाद मामला सिविल सर्जन कार्यालय आया। सिविल सर्जन के अनुसार बिना मार्गदर्शन दोनों कर्मियों की बहाली करना अवैध था। इसे देखते हुए इसे रद करने का आदेश दिया गया। वहीं किस मद से दोनों कर्मियों को भुगतान दिया गया इसकी भी रिपोर्ट देने को कहा गया है।