नोटबंदी में करोड़पति बने 400 लोगों की होगी जांच, नोटिस जारी
प्रत्येक माह 25 फाइलें चेक करने और तीन पर अभियोजन की कार्रवाई का निर्देश। वित्तीय वर्ष 2018-19 में आयकर विभाग को कुल 500 करोड़ रुपये की राजस्व की हुई प्राप्ति।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। नोटबंदी के दौरान करोड़पति हुए उत्तर बिहार के 400 लोगों की उलटी गिनती शुरू हो जाएगी। सभी को नोटिस जारी हुआ है। अब प्रत्येक आयकर पदाधिकारी को माह में 25 कारोबारियों की फाइलों की जांच और तीन में अभियोजन की कार्रवाई करनी है। वित्तीय वर्ष 2019-20 के लिए नये लक्ष्य निर्धारित हो गए हैं। वहीं, वित्तीय वर्ष 2018-19 के राजस्व वसूली लक्ष्य से अधिक हो गई है। प्रधान आयकर आयुक्त मुजफ्फरपुर क्षेत्र डीएस वेणुपाणी ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2018-19 में उत्तर बिहार के 4 लाख आयकर दाताओं से लक्ष्य 384 करोड़ रुपये की तुलना में 388 करोड़ की प्राप्ति हुई है।
वहीं, सकल राजस्व 500 करोड़ रुपये वसूला गया है। अब नये वित्तीय वर्ष में नकद राजस्व की प्राप्ति का लक्ष्य नहीं भेजा गया है। उम्मीद है कि गत वर्ष के लक्ष्य के अनुरूप 20 फीसद की वृद्धि होगी। अभी उत्तर बिहार के 16 आयकर पदाधिकारियों को नोटबंदी के दौरान हुए 400 करोड़पतियों की फाइलें खोलने का निर्देश दिए गए हैं। प्रत्येक पदाधिकारी को माह में 25 फाइलों को चेक करना है। वहीं, 3 अभियोजन की कार्रवाई करनी है।
इन सेक्टर के कारोबारियों पर रहेगी खास नजर
सूतापट्टी के कारोबारियों, चिकित्सकों, थोक मेडिकल दवा विक्रेताओं, विवाह भवन मालिकों, रियल इस्टेट के कारोबारियों, संवेदकों, ईट भट्ठा मालिकों, कोचिंग संचालकों, ज्वेलर्स, मछली विक्रेताओं, थोक फल व किराना कारोबारियों आदि पर रहेगी नजर। अब आयकर विभाग को रिटर्न दाखिल होने का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। वाणिज्य कर विभाग से जीएसटी रिटर्न मंगवाकर कारोबारियों की आय स्थिति की जानकारी ली जाएगी।
फॉर्म-16 के प्रारूप में बदलाव
फॉर्म -16 के नये प्रारूप में काफी बदलाव किया गया है। उदाहरण के लिए मकान किराया की सिर्फ रसीद काफी नहीं होगी बल्कि आवश्यक कागजात में मकान मालिक का पैन नंबर भी देना होगा।
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