समस्तीपुर रेल हादसा : ट्रेन के इंजन व बोगी में खरोंच नहीं, झटका लगने से गिरे यात्री, जानिए क्या कहा ड्राइवर ने
Samastipur Rail Accident मेमू सवारी गाड़ी के लोको और सहायक लोको पायलट से की गई पूछताछ। ट्रेन के सहरसा रेलवे स्टेशन पर पहुंचने के साथ ही की गई जांच।
समस्तीपुर, जेएनएन। समस्तीपुर-सहरसा रेलखंड के हसनपुर रोड स्टेशन के समीप सकरपुरा रेलवे ढाला स्थित समपार फाटक संख्या 2सी पर गुरुवार को हुए हादसे की रिपोर्ट शुक्रवार को अधिकारियों को सौंप दी गई। इससे पहले मेमू सवारी गाड़ी के सहरसा रेलवे स्टेशन पर पहुंचने के साथ ही जांच की गई।
रेल अधिकारियों की टीम ने इंजन और बोगियों की जांच की। इसमें कहीं से भी खरोंच के निशान नहीं मिले। ईएनएचएम राजीव कुमार सिंह और एएमई गणेश कुमार भगत ने लोको पायलट और सहायक लोको पायलट से पूछताछ की।
झटका लगने की वजह से हादसा
दोनों ने बताया कि सकरपुरा में रेल फाटक लगा हुआ था। वहां पर एक बैलगाड़ी भी खड़ी थी। बैलगाड़ी का कोई हिस्सा ट्रेन के पायदान पर बैठे यात्रियों को झटका लगने की वजह से उनके बाहर गिरने की आशंका व्यक्त की गई। उनके अनुसार ट्रेन और बैलगाड़ी में किसी भी तरह की टक्कर नहीं हुई।
बदलाघाट में भी हादसा
समस्तीपुर से सहरसा के लिए परिचालित होने वाली ट्रेन संख्या 63348 मेमू सवारी गाड़ी से गुरुवार को हसनपुर में हादसे के बाद दोबारा बदलाघाट के समीप नीलगाय ट्रेन की चपेट में आ गई। ट्रेन मानसी-सहरसा रेलखंड के बदलाघाट पास कर रही थी। इस क्रम में नीलगाय के एमआर पाइप में फंसने के कारण निचला हिस्सा लीकेज हो गया। इससे ट्रेन का परिचालन बाधित हो गया था। फिर ट्रेन के लोको पायलट अमरदीप कुमार और सहायक लोको पायलट चंदन कुमार ने लकड़ी से टेप कर एमआर पाइप को ठीक किया। इसके बाद ट्रेन लगभग आधा घंटा विलंब से परिचालित हुई।
जंक्शन पर लगाया गया यात्री सहायता केंद्र
हसनपुर में हादसे को लेकर शुक्रवार को समस्तीपुर जंक्शन पर यात्री सहायता केंद्र खोला गया। ट्रेन में सफर कर रहे यात्रियों के परिजनों को जानकारी देने के लिए स्टेशन पर पूरी व्यवस्था की गई। सुबह से हेल्पलाइन से लोगों को स्थिति के बारे में जानकारी दी जा रही है। संबंधित हादसे को लेकर एक भी व्यक्ति ने काउंटर पर संपर्क नहीं किया है।