मुजफ्फरपुर: नाला निर्माण के लिए नगर निगम को रेलवे प्रशासन से मिला अनापत्ति प्रमाणपत्र
मुजफ्फरपुर शहर में दो स्थानों पर रेल ट्रैक के समानांतर अपनी जमीन में नाला निर्माण के लिए रेलवे प्रशासन ने नगर निगम को अनापत्ति प्रमाणपत्र दे दिया है। रंग लाई नगर आयुक्त की मेहनत पार्षदों ने की उनके कार्य की सराहना।
मुजफ्फरपुर, जागरण संवाददाता। शहर में दो स्थानों पर रेल ट्रैक के समानांतर अपनी जमीन में नाला निर्माण के लिए रेलवे प्रशासन ने नगर निगम को अनापत्ति प्रमाणपत्र दे दिया है। सोमवार को पूर्व मध्य रेलवे सोनपुर के रेल मंडल प्रबंधक ने नगर आयुक्त को अनुमति पत्र सौंप दिया। इसके लिए नगर आयुक्त विवेक रंजन लगातार प्रयासरत थे। उन्होंने नगर विकास एवं आवास विभाग के प्रधान सचिव तक से पहल का अनुरोध किया था।
रेलवे की अनुमति मिलने के बाद माड़ीपुर ओवरब्रिज के नीचे से बीबीगंज गुमटी तक 1100 मीटर लंबे नाला के निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। इससे माड़ीपुर के लोगों को राहत मिली है। वहीं दूसरी ओर कच्ची-पक्की एनएच 28 होते हुए रामदयालु गुमटी से रेलवे ट्रैक के समांतर सुस्ता रेलवे गुमटी होते हुए फरदो नाला तक कच्चे नाले का निर्माण अब बेरोकटोक हो सकेगा। इससे शहर के आधा दर्जन वार्डों को जलजमाव से राहत मिलेगी। नगर आयुक्त की इस पहल की वार्ड पार्षदों ने सराहना की है।
घर, पार्क,खेल मैदान व सरकारी दफ्तरों में लगे रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम
वर्षा जल को संचित करने के लिए घर, पार्क, खेल मैदान एवं सरकारी दफ्तरों में रेन वाटर हार्वेङ्क्षस्टग सिस्टम की व्यवस्था होनी चाहिए। ऐसा होने पर भूजल का संचित भंडार रीचार्ज होगा। इससे सालों भर भूजल का स्तर बना रहेगा और लोगों को पानी की किल्लत नहीं होगी। वर्तमान की बात करें तो शहर में गिनती के लोग होंगे जिन्होंने अपने घर में रेन वाटर हार्वेङ्क्षस्टग सिस्टम लगाया होगा। सरकार ने रेन वाटर हार्वेङ्क्षस्टग सिस्टम सभी के लिए अनिवार्य किया है इसके बावजूद किसी ने इसका अनुपालन नहीं किया और न ही सरकार ने जोर दिया। यह बातें शनिवार को दैनिक जागरण के सहेज लो हर बूंद अभियान के दौरान चर्चा में आई। नगर निगम के सिटी मैनेजर ओम प्रकाश ने कहा कि जल संरक्षण के मद्देनजर सरकार ने शहरी क्षेत्र स्थित सभी आवासीय एवं वाणिज्यिक भवनों के साथ-साथ पार्क एवं खेल मैदानों में रेन वाटर हार्वेङ्क्षस्टग सिस्टम लगाना अनिवार्य किया है।