मुजफ्फरपुर में सेंट्रल बैंक की शाखा से लूट में छठें दिन भी कोई सुराग नहीं
गरहां स्थित सेंट्रल बैंक से लूट लिए गए थे 5.12 लाख रुपये। सिटी एसपी राजेश कुमार के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन किया गया है। ये टीम सीतामढ़ी दरभंगा मोतिहारी व वैशाली जिले के विभिन्न जगहों पर छापेमारी कर रही है। नेपाल सीमा के थानों से संपर्क में है।
मुजफ्फरपुर, जासं। अहियापुर थाना क्षेत्र के गरहां स्थित सेंट्रल बैंक की शाखा से 5.12 लाख रुपये लूट मामले में छठें दिन भी कोई सुराग नहीं मिला है। विभिन्न जगहों पर छापेमारी के बाद करीब एक दर्जन संदिग्धों को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ की। लेकिन कोई ठोस नतीजे नहीं मिलने से पुलिस की बेचैनी बढ़ी हुई है। हालांकि पुलिस अधिकारियों की तरफ से कहा जा रहा कि जल्द ही लुटेरों को दबोच लिया जाएगा।
बता दें कि लुटेरों की गिरफ्तारी के लिए सिटी एसपी राजेश कुमार के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन किया गया है। ये टीम सीतामढ़ी, दरभंगा, मोतिहारी व वैशाली जिले के विभिन्न जगहों पर छापेमारी कर रही है। नेपाल सीमा के थानों से संपर्क में है। पुलिस का कहना है कि लुटेरे लूट की वारदात के बाद नेपाल के सीमावर्ती इलाके में शरण ले लिए है। बता दें कि बुधवार को अहियापुर थाना क्षेत्र के गरहां में हथियार से लैस अपराधियों ने सेंट्रल बैंक की शाखा व ग्राहकों से 5.12 लाख रुपये लूट लिए थे। मामला दर्ज करने के बाद से पुलिस की तरफ से लगातार कार्रवाई चल रही है। लेकिन कोई ठोस नतीजे नहीं मिलने से पुलिस परेशान है।
हालांकि सकरा में हुए बंधन बैंक से लूट मामले में वारदात के दस घंटे के भीतर ही एसटीएफ की टीम ने पटना में छापेमारी कर लूट की राशि के साथ चार लुटेरों को दबोच लिया था। कहा जा रहा है कि यह महज एक संयोग था। सूचना पर तुरंत मोबाइल टावर डंपिंग सिस्टम से अपराधियो के बारे में पता चला। जिसका परिणाम रहा कि एसटीएफ को कामयाबी मिली। लेकिन अहियापुर सेंट्रल बैंक लूट मामले में जिला पुलिस अब तक पूरी तरह से विफल साबित प्रतीत हो रही है। इसके अलावा हाल में घटित कई लूट की घटनाओ का भी पुलिस के द्वारा अब तक पर्दाफाश नही किया गया है। जिससे जिला पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे है।