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नीतीश मंत्रीमंडल विस्तार से पूर्वी चंपारण को विशेष उम्‍मीद, जानें किन-किन विधायकों ने पाल रखी है उम्‍मीद

नई सरकार के गठन में पश्चिम चम्पारण को मिली तरजीह पूर्वी चम्पारण उपेक्षित। अगले मंत्रीमंडल विस्तार में मोतिहारी के जनप्रतिनिधियों को जगह मिलने की उम्मीद। वैसे देखने वाली बात यह है कितने लोगों की उम्‍मीद पूरी होती है।

By Ajit KumarEdited By: Published: Wed, 25 Nov 2020 11:59 AM (IST)Updated: Wed, 25 Nov 2020 11:59 AM (IST)
नीतीश मंत्रीमंडल विस्तार से पूर्वी चंपारण को विशेष उम्‍मीद, जानें किन-किन विधायकों ने पाल रखी है उम्‍मीद
हां के एनडीए कार्यकर्ताओं में निराशा और मायूसी देखी जा रही है।

पूर्वी चंपारण, जेएनएन। जिले में जहां हाल तक दो-दो मंत्रियों की मौजूदगी राज्य सरकार में सशक्त मौजूदगी की बानगी प्रस्तुत करती थी वहीं इस बार यह जिला पूरी तरह उपेक्षित नजर आ रहा है। इस कारण यहां के एनडीए कार्यकर्ताओं में निराशा और मायूसी देखी जा रही है। 

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कार्यकर्ताओं का कहना है कि हालांकि, पश्चिम चम्पारण से कुशल संगठनकर्ता और आधी आबादी का प्रतिनिधित्व करने वाली रेणु देवी को उपमुख्यमंत्री बनाया गया है, मगर पूर्वी चम्पारण से सरकार के कैबिनेट में किसी को अबतक शामिल नहीं किया जाना निराशाजनक है। इसको लेकर विपक्षी नेता तंज कस रहे हैं। यहां बता दें कि जिला मुख्यालय स्थित मोतिहारी के विधायक प्रमोद कुमार पिछली सरकार में पर्यटन मंत्री फिर खेल, कला संस्कृति व युवा विभाग के मंत्री थे। इस बार भी वे लगातार पांचवी बार विधायक बने हैं। मगर, इस बार भी उन्हें जगह नहीं मिली।

वहीं मधुबन से निर्वाचित राणा रंधीर पिछली सरकार में सहकारिता मंत्री थे। इस बार भी वे लगातार दूसरी बार विधायक बने हैं मगर वे भी इस बार बिसार दिए गए। यहां बता दें कि पूर्वी चंपारण जिले की 12 विधानसभा सीटों में इस बार यहां की जनता ने एनडीए की झोली में नौ सीटें दी हैं। इसमें एकमात्र सीट केसरिया जदयू के खाते में है, जहां से जदयू की शालिनी मिश्रा निर्वाचित हैं। शेष आठ सीटें भाजपा के कब्जे में है। वहीं नरकटिया, कल्याणपुर और सुगौली सीट पर राजद की जीत हुई है। नकटिया से डॉ. शमीम, कल्याणपुर से मनोज यादव और सुगौली से ईं शशिभूषण सिंह उर्फ शशि सिंह चुनाव जीते हैं। लोगों का मानना है कि इस बार भी उनलोगों ने भारी संख्या में एनडीए प्रत्याशियों को वोट दिया ताकि सरकार में पूर्वी चम्पारण की मजबूत भागीदारी रहे, मगर ऐसा कुछ दिख नहीं रहा है।

राजनीतिक प्रेक्षकों के अनुसार जिले के भाजपा विधायक प्रमोद कुमार, मधुबन के विधायक राणा रंधीर की मंत्री पद के लिए इस बार भी गंभीर व जबरदस्त दावेदारी है। वहीं महिला व जदयू कोटे से एकमात्र विधायक शालिनी मिश्रा व रक्सौल विधायक प्रमोद सिन्हा भी मंत्री पद की दौड़ में लगे हैं। इस बीच भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अखिलेश कुमार सिंह ने पूछे जाने पर बताया कि जिले को उपेक्षित करने वाली कोई बात नहीं है। एनडीए सरकार की प्राथमिकता में समावेशी विकास सर्वोच्च है। इसलिए लोगों को धैर्य रखना चाहिए। अगले विस्तार में पूर्वी चंपारण जिले को मजबूत भागीदारी मिल सकती है। 


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