'राम-सीता सर्किट' से जुड़ेगा एनएच-28, जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू
जिले के साहेबगंज व पारू के 40 गावों से गुजरेगी यह सड़क। एनएचएआइ ने जमीन के अधिग्रहण को भेजा प्रस्ताव।
मुजफ्फरपुर (जेएनएन)। श्रीराम व मां सीता के जन्म स्थानों को जोडऩे वाले 'राम-सीता सर्किट' से एनएच-28 को जोड़ा जाएगा। इसके लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। साहेबगंज व पारू के तीन दर्जन से अधिक गांवों से गुजरने वाली यह सड़क पूर्वी चंपारण के केसरिया में निकलेगी। एनएचएआइ ने जिला भू-अर्जन पदाधिकारी को जमीन अधिग्रहण की कार्रवाई पूरी करने का आग्रह किया है। मालूम हो कि अयोध्या से बिहार के सिवान, सीतामढ़ी होकर यह सड़क भारत-नेपाल सीमा को छूएगी। इस सड़क को पूर्वी चंपारण के केसरिया के पास कनेक्टीविटी दी जाएगी। बिहार में सड़क की कुल लंबाई 258 किमी होगी।
जिले के इन गांवों को जोड़ेगी सड़क
साहेबगंज के गांव : अहियापुर, भतंडी, धर्मपुर, खुरशैदा, परसौनी जहांगीर, बैजनाथपुर, बासुदेवपुर वृत, बासुदेवपुर सराय, करनौल नीलकंठ, देसुरा असली, रजवाड़ा, लोडिया, करनौल चतुर्भुज, धनिया हजरतपुर, दाहा छपरा, चिकनौटा असली, दरिया छपरा, सिमरा निजामत, बिशुनपुर पट्टी, हलीमपुर व पकड़ी बशरात।
पारू के गांव : देवरिया, आनंदपुर खरौनी, चांदपुर चिहुंटा, बिशुनपुर सरैया, मानिकपुर, छपरा एएस, जगदीशपुर धरम, कोदरिया, जलीलनगर, पकौली उर्फ लालू छपरा,जलीलनगर, हरशंकरपुर उर्फ मोती छपरा, गरीबा उर्फ पीयरपुर, पारू खास, नीमा पट्टी पकौली उर्फ लालू छपरा, पिपरा गौसी, चक अलीशेर उर्फ बासु चक, नीम पट्टी व लालू छपरा।