जीत के बाद बोले नवनिर्वाचित सांसद प्रिंस- समस्तीपुर क्षेत्र की जनता के भरोसे पर खरा उतरूंगा Samastipur News
बोले प्रिंस - क्षेत्र का सर्वांगीण विकास उनकी प्राथमिकता है। चिराग पासवान ने कहा कि बिहार के परिणाम से थोड़ी निराशा जरूर है लेकिन आगे इस कमी को दूर करेंगे।
समस्तीपुर, जेएनएन। समस्तीपुर सुरक्षित लोकसभा क्षेत्र के नवनिर्वाचित सांसद प्रिंस राज ने कहा कि समस्तीपुर सुरक्षित लोकसभा क्षेत्र की जनता ने उनपर जो भरोसा किया है, उस पर पूरी तरह खड़ा उतरने का काम करेंगे। क्षेत्र का सर्वांगीण विकास उनकी प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि उनके पिताजी ने समस्तीपुर क्षेत्र के सर्वांगीण विकास का सपना देखा था। बहुत हद तक उन्होंने इस दिशा में काम किया भी परंतु आज भी ढेर सारी समस्याएं हैं, जिनका निराकरण किया जाना जरूरी है। उनका प्रयास होगा कि समस्तीपुर लोकसभा क्षेत्र के जो प्रमुख समस्याएं हैँ, उसका निराकरण कराने की दिशा में ठोस पहल करें।
उन्होंने अपनी जीत का श्रेय समस्तीपुर की जनता एवं एनडीए कार्यकर्ताओं को दिया है। उन्होंने कहा कि सभी कार्यकर्ताओं ने पूरी निष्ठा के साथ काम किया। यही वजह है कि वे जीत पाए। कार्यकर्ताओं के मान-सम्मान में वे कमी नहीं रखेंगे। छोटे-बड़े सभी कार्यकर्ताओं एवं नेताओं ने अपना भरपूर समय दिया। जदयू, भाजपा एवं लोजपा के कार्यकर्ताओं के प्रति उन्होंने आभार जताते हुए इस जीत के लिए बधाई भी दी।
एनडीए कार्यकर्ताओं की मेहनत के बल पर हुई जीत : चिराग
जमुई से सांसद चिराग पासवान ने समस्तीपुर सुरक्षित लोकसभा क्षेत्र से लोजपा प्रत्याशी ङ्क्षप्रस राज की जीत का श्रेय यहां के मतदाताओं एवं एनडीए कार्यकर्ताओं की मेहनत को दिया है। उन्होंने कहा कि एनडीए कार्यकर्ताओं ने चुनाव में काफी मेहनत की। इसी के कारण यह जीत हासिल हुई है। बिहार में एनडीए की करारी हार पर उन्होंने कहा कि इसकी समीक्षा की जाएगी। उपचुनाव में झटका लगा है तो इससे संभलने का मौका मिला है। अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में एनडीए शानदार जीत हासिल करेगी।
उन्होंने कहा कि एनडीए की कहां कमजोरी रही, यह समीक्षा के बाद ही पता चल पाएगा। उस कमी को दूर करने का काम करेंगे। समस्तीपुर में एक लाख से अधिक मतों के अंतर से जीत के लिए उन्होंने एनडीए कार्यकर्ताओं खासकर भाजपा जिलाध्यक्ष राम सुमरन ङ्क्षसह, जदयू नेता दुर्गेश राय समेत अन्य को व्यक्तिगत रूप से धन्यवाद दिया। कहा कि एनडीए के एक-एक कार्यकर्ता इस जीत के लिए लगे हुए थे। एनडीए कार्यकर्ताओं के बल पर ही हम इस सीट को बरकरार रखने में कामयाब हुए हैं। बिहार में हुए उपचुनाव को सेमीफाइनल मानने से इंकार करते हुए कहा कि अच्छा हुआ जो हमें उपचुनाव में झटका लगा, इससे हमें अपनी कमजोरी का पता चल गया है। आगे हम इस कमजोरी को एनडीए के घटक दलों के बीच बैठकर दूर करने का काम करेंगे।