DMCH से चोरी गया नवजात आरोपित की सहेली के घर से बरामद
प्रसूता के बगल में भर्ती मरीज की तीमारदार है आरोपित, पुलिस के समक्ष नवजात की चोरी की बात कबूली थी।
By Ajit KumarEdited By: Published: Sun, 16 Dec 2018 02:43 PM (IST)Updated: Sun, 16 Dec 2018 02:43 PM (IST)
दरभंगा, जेएनएन। दरभंगा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (डीएमसीएच) के स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग से रविवार की सुबह चोरी गया नवजात बहेड़ी के इनाई राजवाड़ा से सकुशल बरामद कर लिया गया। उसे आरोपित मंजू देवी की सहेली शिखा के घर से बरामद किया गया। बच्चे को मां तक पहुंचाने की प्रक्रिया चल रही है।
रविवार की सुबह डीएमसीएच के स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग से बच्चे की चोरी हुई थी। नींद खुलने पर प्रसूता को जब इसकी जानकारी मिली तो उसने अपने परिजनों को सूचना दी। इसके बाद डीएमसीएच प्रशासन को इसकी सूचना दी गई। आनन-फानन में सीसीटीवी फुटेज खंगाला गया। इसमें बगल के बेड पर भर्ती मरीज की तीमारदार मंजू देवी की गतिविधियां संदिग्ध पाई गईं। इसके बाद बेंता ओपी को इससे अवगत कराया गया था।
ओपी प्रभारी आशुतोष कुमार ने मंजू देवी को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने नवजात की चोरी की बात कबूल की। कहा कि उसने नवजात को गांव की सहेली शिखा कुमारी के हवाले कर दिया है। इस इनपुट के आधार पर बेंता ओपी पुलिस नवजात की बरामदगी के लिए छापेमारी की और उसे बरामद कर लिया।
सिमरी थाना क्षेत्र के नयाटोल निवासी अर्जुन सहनी की पत्नी राधा देवी शनिवार को स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग के डॉ. आशा देवी की यूनिट में भर्ती हुई। जहां शल्य क्रिया से उन्होंने पुत्र को जन्म दिया। उसके बगल वाले बेड पर बहेड़ी के दीनार गांव निवासी रामविलास मंडल की पत्नी बुच्ची देवी भर्ती हैं। बुच्ची देवी की पुत्री बहेड़ी के इनाई राजवाड़ा गांव निवासी वैद्यनाथ मंडल की पत्नी मंजू देवी उसकी तीमारदारी में लगी थी। मंजू अब तक नि:संतान है। नवजात को देखते ही उसकालोभ जग गया।
रविवार की सुबह जब सभी सो रहे थे उसने मौका देख कर नवजात की चोरी कर ली। उसे स्टेशन लाकर अपनी सहेली शिखा के हवाले कर दिया। शिखा नवजात को लेकर गांव चली गई। जबकि मंजू डीएमसीएच लौट गई। नवजात चोरी की घटना के बाद उसकी मां का रो-रोकर बुरा हाल है।
रविवार की सुबह डीएमसीएच के स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग से बच्चे की चोरी हुई थी। नींद खुलने पर प्रसूता को जब इसकी जानकारी मिली तो उसने अपने परिजनों को सूचना दी। इसके बाद डीएमसीएच प्रशासन को इसकी सूचना दी गई। आनन-फानन में सीसीटीवी फुटेज खंगाला गया। इसमें बगल के बेड पर भर्ती मरीज की तीमारदार मंजू देवी की गतिविधियां संदिग्ध पाई गईं। इसके बाद बेंता ओपी को इससे अवगत कराया गया था।
ओपी प्रभारी आशुतोष कुमार ने मंजू देवी को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने नवजात की चोरी की बात कबूल की। कहा कि उसने नवजात को गांव की सहेली शिखा कुमारी के हवाले कर दिया है। इस इनपुट के आधार पर बेंता ओपी पुलिस नवजात की बरामदगी के लिए छापेमारी की और उसे बरामद कर लिया।
सिमरी थाना क्षेत्र के नयाटोल निवासी अर्जुन सहनी की पत्नी राधा देवी शनिवार को स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग के डॉ. आशा देवी की यूनिट में भर्ती हुई। जहां शल्य क्रिया से उन्होंने पुत्र को जन्म दिया। उसके बगल वाले बेड पर बहेड़ी के दीनार गांव निवासी रामविलास मंडल की पत्नी बुच्ची देवी भर्ती हैं। बुच्ची देवी की पुत्री बहेड़ी के इनाई राजवाड़ा गांव निवासी वैद्यनाथ मंडल की पत्नी मंजू देवी उसकी तीमारदारी में लगी थी। मंजू अब तक नि:संतान है। नवजात को देखते ही उसकालोभ जग गया।
रविवार की सुबह जब सभी सो रहे थे उसने मौका देख कर नवजात की चोरी कर ली। उसे स्टेशन लाकर अपनी सहेली शिखा के हवाले कर दिया। शिखा नवजात को लेकर गांव चली गई। जबकि मंजू डीएमसीएच लौट गई। नवजात चोरी की घटना के बाद उसकी मां का रो-रोकर बुरा हाल है।
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