रेवती नक्षत्र में आरंभ हुआ नववर्ष 2077, जानिए ये कैसे रहेगा देश के लिए अति शुभ
आर्थिक उन्नति वाला नव संवत्सर 2077। यही नहीं यह संयोग भारतवर्ष के आर्थिक विकास विज्ञान व टेक्नोलॉजी में उन्नति सामाजिक व्यवस्था और शिक्षा के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। नववर्ष 2077 का आरंभ बुधवार के दिन रेवती नक्षत्र, और मीन राशि की चंद्रमा के गोचर में हो रहा है, यह संयोग देश के लिए अति शुभ रहेगा, यही नहीं यह संयोग भारतवर्ष के आर्थिक विकास, विज्ञान व टेक्नोलॉजी में उन्नति, सामाजिक व्यवस्था और शिक्षा के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा। मान्यता है कि इसी दिन ब्रह्मा जी ने संसार की रचना की थी।
क्लब रोड स्थित मां राज राजेश्वरी देवी मंदिर के पुजारी आचार्य अमित तिवारी व जीरोमाइल को नीरज बाबू बताते हैं कि भारतीय कैलेंडर के अनुसार नया साल चैत्र मास की शुक्ल प्रतिपदा से प्रारंभ होता है। इस बार यह तिथि 25 मार्च को है यानी उस दिन परिधावी संवत्सर की विदाई और 'प्रमादीÓ नामक संवत्सर का शुभारंभ हुआ। इसके राजा बुध और मंत्री चंद्र हैं। इसके फलस्वरूप देश की अर्थव्यवस्था व प्रशासनिक व्यवस्था को सुदृढ़ बनाए रखना सरकार के लिए कठिन तो रहेगा, किंतु सरकार इसमें पूर्ण तरह सफल रहेगी। नए संवत में बुध का अधिपत्य रहेगा। जिसके कारण पूरे वर्ष धर्म—आध्यात्म का वर्चस्व रहेगा।
चूंकि बुध का सीधा संबंध उन्नति और संपन्नता से है, इसलिए यह साल आर्थिक उन्नति वाला भी होगा। धन धान्य और सुख सुविधाओं में वृद्धि होगी। कला और संगीत के क्षेत्र में नई उपलब्धियां प्राप्त हो सकती हैं। व्यापारी वर्ग के लिए यह साल बहुत अच्छा साबित होगा। खासतौर पर महिलाओं के लिए नव संवत्सर बेहतर साल रहेगा।