चाची को बचाने में भतीजे की गई जान
बाढ़ के पानी में फंसी पड़ोस की चाची को बचाने में युवक की जान चली गई।
मुजफ्फरपुर। बंगरा निजामत पंचायत स्थित बारी टोला निवासी संदीप बारी (20) की जान बाढ़ के पानी में फंसी पड़ोस की चाची को बचाने में चली गई। उसका शव 20 घंटे बाद पानी में तैरता मिला। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
वह अपनी मां निर्मला कुंवर, छोटे भाई सूरज व निरंजन के साथ रहता था। उसके पिता रमेश बारी की मृत्यु पहले ही हो चुकी है।
गांव में अचानक घुसा पानी
बताया गया कि बुधवार को नारायणी नदी का पानी उक्त गांव में अचानक प्रवेश कर गया। उसकी मां ने पानी से बचाव के लिए कुछ करने को कहा, लेकिन तेज बहाव के कारण कुछ कर नहीं सका। सामान बाहर निकालने में भी अक्षम रहा।
मदद को चिल्लाते रहे मां-बेटे
गांव से तिरहुत बांध की दूरी अधिक होने के कारण तैरकर वहां तक पहुंचना संभव नहीं था। मदद को मां-बेटे चिल्लाते रहे, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं था। फिर, एक निजी नाव वाला दिखा। उसे दो सौ रुपये देकर घर का सामान निकालने लगे। पानी बढ़ता देख संदीप ने मां से समान छोड़ भाइयों के साथ निकलने का प्रयास करने लगा। उसने भाइयों के साथ मां को सुरक्षित स्थान तक पहुंचाया।
पड़ोस की चाची को गया था बचाने
इसी दौरान पड़ोस की चाची ने संदीप से मदद मागी। उन्हें बचाने के लिए वह पानी में कूद पड़ा, लेकिन वापस नहीं निकल सका। काफी खोजबीन के बाद भी उसका कुछ पता नहीं चला। गुरुवार लगभग आठ बजे उसका शव दिखाई पड़ा तो लोगों की मदद से उसे निकाला गया।
इधर, जवान बेटे की मौत के बाद मां का बुरा हाल है। भाई भी बेसुध हैं।