Move to Jagran APP

India-Nepal Tension : भारत के हाथ सख्त करते ही नेपाल को मालूम पड़ने लगे आटा-चावल के भाव

India-Nepal Tension फायरिंग के बाद बॉर्डर आर-पार करने से डर रहे लोग। नमक 45 सरसो तेल 220 चीनी 80 और मैदा 45 रुपये बिक रहे।

By Ajit KumarEdited By: Published: Tue, 16 Jun 2020 02:41 PM (IST)Updated: Tue, 16 Jun 2020 02:41 PM (IST)
India-Nepal Tension : भारत के हाथ सख्त करते ही नेपाल को मालूम पड़ने लगे आटा-चावल के भाव
India-Nepal Tension : भारत के हाथ सख्त करते ही नेपाल को मालूम पड़ने लगे आटा-चावल के भाव

सीतामढ़ी, जेएनएन। India-Nepal Tension : जिले के बैरगनिया से सटे नेपाल के रौतहट जिले में खाने-पीने का सामान दोगुना महंगा हो गया है। भारतीय मुद्रा में नमक 45 रुपये, सरसों तेल 220 रुपये, चीनी 80 रुपये, मैदा 45 रुपये बिक रहे हैं। अन्य कई खाद्य सामग्री और भी महंगी हो गई हैं। लॉकडाउन से नेपाली नागरिकों के समक्ष खाद्य पदार्थ की समस्या उत्पन्न हो गई है। भारत-नेपाल सीमा जब खुली होती है, तो नेपाली नागरिक रोजाना खाने-पीने की जरूरतों के सामान खरीदने बेरोकटोक आया करते थे। बैरगनिया बाजार से आलू, प्याज, किराना सामान खरीद कर ले जाते थे। 

loksabha election banner

सीमा पर सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए

सीमा पर तैनात नेपाली आम्र्ड फोर्स एवं एसएसबी के सूत्रों का कहना है कि फायरिंग के बाद से दोनों तरफ से चौकसी बढ़ गई है। सख्ती बढऩे से आम लोग बॉर्डर आर-पार करने से डर रहे हैं। भारत-नेपाल सीमा पूरी तरह सील है। सीमा पर सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं। मगर, खुली सीमा होने से लोग चोरी छिपे आते हैं। इस दौरान कई कारोबारी पकड़े भी जाते हैं।

तस्करी फिर भी नहीं रुक रही

कोरोना महामारी के कारण भारत-नेपाल सीमा बीते 22 मार्च से पूरी तरह सील है। पड़ोसी देश नेपाल भी अपनी तरफ से बॉर्डर सील रखा हुआ है। 24 घंटे सीमा पर गश्ती के दावे के बावजूद तस्करी चरम पर है। भारत-नेपाल सीमा पर तनातनी के बीच नेपाली शराब की खेप लगातार बॉर्डर पार कर रही है। खुली सीमा होने का फायदा उठाते हुए खेत के रास्ते नेपाल से भारतीय बाजार में नेपाली शराब, गोल मिर्च, काजू, किशमिश, छोहारा, इलायची आदि की खेप पहुंच रही है। सीमा सील होने के कारण भारतीय बाजारों से खाद्य सामग्री नेपाल नहीं जा रही है।  इस वजह से ऐसी स्थिति है। यह कब तक रहेगी, इसके बारे में कोई भी कुछ कहने को तैयार नहीं है। वैसे उम्मीद की जा रही है कि उच्च स्तरीय वार्ता के बाद धीरे धीरे तनाव में कमी आएगी। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.