रेलवे अधिकारियों की बड़ी लापरवाही, क्षतिग्रस्त इंजन से 310 किमी तक दौड़ती रही सप्तक्रांति एक्सप्रेस
रास्ते में इंजन की नहीं की गई मरम्मत जंक्शन पर कोचिंग डिपो के कर्मियों ने किया ठीक। गोरखपुर से ट्रेन चलने पर इंजन से टकराया जानवर टला हादसा।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। नरकटियागंज रेलमार्ग पर मंगलवार को क्षतिग्रस्त इंजन से आनंद विहार से मुजफ्फरपुर आने वाली 12557 सप्तक्रांति एक्सप्रेस दौड़ी। रास्ते में इंजन की मरम्मत नहीं की गई। उसी हालत में वह गोरखपुर से करीब 310 किमी दूरी तय कर मुजफ्फरपुर पहुंची। लोको पायलट ने स्टेशन अधीक्षक को सूचना दी। प्लेटफॉर्म से सैलून साइड में इंजन को प्लेस किया गया। इसके बाद कोचिंग डिपो के कर्मियों ने उसकी मरम्मत की। इसमें करीब दो घंटे लग गए।
जानकारी के अनुसार गोरखपुर स्टेशन से सप्तक्रांति एक्सप्रेस चली। कुछ दूर आगे बढऩे पर ट्रेन के इंजन से कोई जानवर टकराकर फंस गया और काफी दूर तक घिसटाता रहा। इससे इंजन के दोनों प्रेशर पाइप व अन्य पाट्र्स टूटकर लटक गए। लोको पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोका। इससे दुघर्टना होने से बच गई। इंजन से जानवर को निकालकर हटाया गया। इस दौरान ट्रेन काफी देर तक रुकी रही।
वहीं इमरजेंसी ब्रेक लगने से बोगी में सफर करने वाले यात्रियों को झटका लगने से उनमें हड़कंप मच गया। ट्रेन रुकने पर यात्री बोगी से उतर कर इंजन के पास पहुंचे और कर्मी से पूछताछ की। लोको पायलटों ने कहा कि किसी जानवर के फंसने से इंजन का प्रेशर पाइप टूट गया। कोचिंग डिपो के कर्मियों ने कहा कि प्रेशर पाइप के साथ कई पाट्र्स टूट गए। रास्ते में मरम्मत करनी चाहिए थी। समस्तीपुर मंडल को सूचना देने के बाद भी कोई ध्यान नहीं दिया गया।