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India Nepal Tension: अब नेपाली स्‍कूलों में पढ़ाया जा रहा भारत विरोधी तथ्‍य; कालापानी, लिपुलेख व लिंपियाधुरा को बताया अपना भू-भाग

India Nepal Tension नेपाल के स्‍कूली पाठ्यक्रम में भारत विरोधी तथ्‍य शामिल किए गए हैं। वहां बच्‍चों को बताया जा रहा है कि कालापानी लिपुलेख व लिंपियाधुरा पर भारत ने अमिक्रमण कर रखा है। इसका आधार सुगौली की संधि की गलत व्‍याख्‍या है।

By Amit AlokEdited By: Published: Fri, 25 Sep 2020 06:00 AM (IST)Updated: Fri, 25 Sep 2020 06:51 AM (IST)
India Nepal Tension: अब नेपाली स्‍कूलों में पढ़ाया जा रहा भारत विरोधी तथ्‍य; कालापानी, लिपुलेख व लिंपियाधुरा को बताया अपना भू-भाग
भारत व नेपाल के राष्‍ट्रध्‍वज। दोनों देशों के संबंध को दिखाती प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर।

सीतामढ़ी, जेएनएन। नेपाल ने नौवीं से 12वीं तक की पाठ्य-पुस्तकों में कालापानी, लिपुलेख और लिंपियाधुरा को अपना हिस्सा बताया है। नेपाल  के नक्शे में बदलाव से संबंधित संविधान संशोधन विधेयक पेश किए जाने के बाद पाठ्य पुस्तकों में यह विवादित तथ्य सामने आया है। बताया जा रहा है कि नेपाल के शिक्षा मंत्री गिरिराज मणि पोखरेल ने 15 सितंबर को 'नेपाली भूभाग और संपूर्ण सीमा स्वाध्याय सामग्री' शीर्षक वाली 110 पन्नों की किताब का विमोचन किया, जिसमें ये जानकारी दी गई है। हालांकि, नेपाल ने नई पुस्तकों का वितरण तथ्यात्मक त्रुटियों का हवाला देकर रोक भी दिया है।

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पाठ्य पुस्‍तक में क्‍या है, जानिए

पुस्तक को कोमल चंद्र बराल, सेव द बाउंड्री कैंपेन के प्रचारक शेर बहादुर गुरुंग, त्रिभुवन विश्वविद्यालय के भूगोलवेत्ता व पाठ्यचर्या विकास केंद्र के निदेशक प्रेम भट्टराई ने तैयार किया है। इसमें नेपाल का नया क्षेत्रफल 147,641.28 वर्ग किलोमीटर दर्शाया गया है, जिसमें 460.28 वर्ग किलोमीटर वाला कालापानी का इलाका भी शामिल है। इसे नेपाल के मंत्रिमंडल द्वारा 20 मई को नेपाल के नए राजनीतिक मानचित्र में स्‍वीकृत किया गया था। पुस्‍तक के अनुसार लिंपियाधुरा, कालापानी, लिपुलेख व सुस्ता पर भारतीय अतिक्रमण है। इसमें प्राचीन काल से 1816 की सुगौली संधि तक नेपाल की सीमा और क्षेत्र के विस्तार की पूरी जानकारी दी गई है। पुस्‍तक अंतरराष्ट्रीय सीमा की अवधारणा, सिद्धांत, नदी सीमाओं की पहचान, सीमा विवाद और समाधान का संक्षिप्त विवरण भी देती है। इसमें अंतरराष्ट्रीय सीमांकन तथा पड़ोसी देशों चीन एवं भारत के साथ सीमा संबंध का भी विवरण है।

आपत्तियों के बाद वितरण बंद

जानकारी के मुताबिक, नेपाल मंत्रिमंडल की एक बैठक के बाद शिक्षा मंत्रालय से कहा गया है कि वह कक्षा इन किताबों की और प्रतियों का मुद्रण और वितरण न करे, क्योंकि, भूमि प्रबंधन व सहकारी मंत्रालय तथा विदेश मंत्रालय की तरफ से कुछ आपत्तियां व्यक्त की गई हैं। भूमि सुधार एवं सहकारी मंत्रालय के प्रवक्ता जनक राज जोशी ने कहा कि शिक्षा मंत्रालय के पास नेपाल के भौगोलिक इलाकों को बदलने का अधिकार नहीं है और पुस्‍तक में त्रुटियां हैं।

यह है कालापानी व लिंपियाधुरा का विवाद

कालापानी एवं लिंपियाधुरा पर नेपाली दावे का आधार सुगौली की संधि की गलत व्याख्या है। सुगौली की संधि के अनुच्छेद- 5 में यह दर्ज है कि नेपाल की सीमा काली नदी तक है और नेपाल काली नदी के पश्चिमी हिस्से पर दावा नहीं करेगा। नेपाल ने इसकी व्‍याख्‍या यह की है कि काली नदी सहित नेपाल के पूर्वी भाग लिंपियाधुरा, कालापानी और लिपुलेख नेपाली क्षेत्र हैं और इनपर भारत ने अतिक्रमण किया है।


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