Navruna Murder case: नवरुणा के पिता ने कहा- उम्मीदें अब भी कायम, भगवान व सुप्रीम कोर्ट से मिलेगा न्याय
नवरुणा के पिता अतुल्य चक्रवर्तीं ने कहा- जांच एजेंसियों पर भरोसा डगमगाया है लेकिन उम्मीदें अब भी कायम है। वे कहते हैं कि उन्होंने अब सब भगवान व सुप्रीम कोर्ट पर छोड़ दिया है।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। आठ साल पहले अपहृत अपनी 13 वर्षीय बेटी नवरुणा को लेकर उसके पिता अतुल्य चक्रवर्तीं ने हिम्मत नहीं हारी है। जांच एजेंसियों पर भरोसा डगमगाया है, लेकिन उम्मीदें अब भी कायम है। वे कहते हैं कि उन्होंने अब सब भगवान व सुप्रीम कोर्ट पर छोड़ दिया है। भगवान व सुप्रीम कोर्ट उन्हें न्याय जरूर दिलाएंगे। इस मामले की जांच सीबीआइ को हर हाल में पूरा करना है। चाहे वह रोकर या हंस कर करे। हालांकि नवरुणा की मां मैत्रेयी चक्रवर्ती थोड़ी उदास जरूर दिखती है। जहां तक लड़ सकती थी लड़ी। अब कितना लड़ें। बस भगवान व सुप्रीम कोर्ट पर ही भरोसा है।
गमगीन माहौल
शुक्रवार को नवरुणा के अपहरण होने के आठ साल पूरे हो रहे हैं। बुधवार की शाम चक्रवर्ती दंपती घर में ही मिलते हैं। बेटी की याद में दोनों के चेहरे पर गम की मोटी परत पड़ी है। बहुत कुछ बोलने की स्थिति में नहीं हैं। फिर भी कहते हैं कि सीबीआइ को सब कुछ पता है। उसे सच को सामने लाना ही होगा। भगवान की लाठी में आवाज नहीं होती।
यह है मामला
18 सितंबर 2012 की रात नगर थाना के जवाहरलाल रोड स्थित आवास से सोई अवस्था में नवरुणा का अपहरण कर लिया गया। ढाई माह बाद 26 नवंबर 2012 को उसके घर के निकट नाला से मानव कंकाल बरामद हुआ। डीएनए जांच में यह नवरुणा का करार दिया गया। शुरू में इस मामले की जांच पुलिस ने की बाद में इसकी जांच सीआइडी को सौंपी गई। नतीजा कुछ नहीं निकलने पर सीबीआइ को जांच सौंपी गई। फरवरी 2014 से इस मामले की जांच सीबीआइ कर रही है।