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नीतिश्वर कॉलेज में राष्ट्रीय वेबिनार का अयोजन, प्रो. जितेंद्र बोले- Covid-19 से बिहार को वृहत सामाजिक और आर्थिक क्षति

नीतिश्वर कॉलेज के पीजी समाजशास्त्र विभाग की ओर से राष्ट्रीय वेबिनार का अयोजन किया गया। मौके पर कुलपति ने कहा कि वैश्विक महामारी कोविड-19 से आज पूरा देश त्रस्त है।

By Murari KumarEdited By: Published: Thu, 23 Jul 2020 08:11 PM (IST)Updated: Thu, 23 Jul 2020 08:11 PM (IST)
नीतिश्वर कॉलेज में राष्ट्रीय वेबिनार का अयोजन, प्रो. जितेंद्र बोले- Covid-19 से बिहार को वृहत सामाजिक और आर्थिक क्षति
नीतिश्वर कॉलेज में राष्ट्रीय वेबिनार का अयोजन, प्रो. जितेंद्र बोले- Covid-19 से बिहार को वृहत सामाजिक और आर्थिक क्षति

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। नीतिश्वर कॉलेज के पीजी समाजशास्त्र विभाग की ओर से बिहार में वैश्विक महामारी कोविड-19 के सामाजिक एवं आर्थिक प्रभाव : चुनौतियां एवं उत्तरदायित्व विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया गया। इसका उद्घाटन कुलपति सह मुख्य संरक्षक प्रो.हनुमान प्रसाद पांडेय ने किया। मौके पर कुलपति ने कहा कि वैश्विक महामारी कोविड-19 से आज पूरा देश त्रस्त है। बिहार में इसका प्रभाव वर्तमान समय में बहुत तेजी से देखने को मिला है। यह बिहार के सामाजिक एवं आर्थिक क्षेत्र के लिए चुनौतीपूर्ण है।

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इस समस्या को सख्ती से निपटने के लिए राज्य तथा केंद्र सरकार के साथ ही प्रत्येक व्यक्ति का उत्तरदायित्व है। प्राचार्य डॉ.मनोज कुमार ने कुलपति एवं अन्य वक्ताओं का स्वागत किया। कहा कि वर्तमान समय में यह विषय बड़ा ही प्रासंगिक है। अभी भारत सहित पूरा विश्व वैश्विक महामारी कोविड-19 के कुप्रभाव को झेल रहा है। ऐसे में पूरे समाज को सुरक्षित करने की आवश्यकता है।

मुख्य वक्ता महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के प्रो.जितेंद्र प्रसाद ने कहा कि बिहार प्रारंभ से ही सामाजिक और आर्थिक विषमता से जूझता रहा है और एक पिछड़ा राज्य रहा है। वैश्विक महामारी कोविड-19 के कारण बिहार को सामाजिक और आर्थिक रूप से काफी क्षति हुई है। इसे दुरुस्त करने के लिए अलग से आर्थिक पैकेज उपलब्ध कराने की जरूरत है। मुख्य अतिथि तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के प्रो.प्रमोद कुमार सिन्हा ने कहा की त्रासदियों के लिए हमें पहले से ही तैयारी करने की आवश्यकता होती है। लेकिन, तैयारी नहीं होने के कारण इसने आज शिक्षा को सर्वाधिक प्रभावित किया है। विद्यार्थियों का पूरा साल बर्बादी की कगार पर है। शहरी और उच्च मध्यम वर्ग के बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाई की सुविधा मिल रही है लेकिन, जो गरीब के बच्चे हैं और गांव में रहते हैं वह पूर्णता शिक्षा से वंचित हो गए हैं।

डॉ.आर्य प्रिय ने बिहार में कोविड-19 का सामाजिक एवं आर्थिक प्रभाव को स्पष्ट करते हुए विषय प्रवेश कराया। आयोजन सचिव सह स्नातकोत्तर समाजशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ रंजना सिन्हा ने संचालन किया। कहा कि इस राष्ट्रीय वेबिनार में देश एवं राज्य के प्रमुख विश्वविद्यालय से 350 शोधार्थियों एवं शिक्षकों ने हिस्सा लिया। कोऑर्डिनेटर डॉ.रणवीर कुमार ने बताया कि सभी प्रतिभागियों को ई.प्रमाणपत्र निर्गत किया जाएगा। धन्यवाद ज्ञापन डॉ.विश्वानंद ने किया। कार्यक्रम को डॉ.अजय कुमार, डॉ.निखिल रंजन प्रकाश, पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो.वीरेंद्र कुमार सिंह ने भी संबोधित किया। मौके पर डॉ.कुमारी सरोज, डॉ.निभा शर्मा, डॉ.सौम्य सरकार, डॉ.अमरजीत सिंह, डॉ.रवि रंजन, डॉ.अभय नंदा श्रीवास्तव, डॉ.नीतू सिंह समेत अन्य की भागीदारी रही। 


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