नरक निवारण चतुर्दशी पर मंदिरों में उमड़ी भीड़
नरक निवारण चतुर्दशी व्रत को लेकर गुरुवार को बाबा गरीबनाथ मंदिर सहित विभिन्न शिवालयों में पूजा-अर्चना के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। सुबह मंदिर के पट खुलने के साथ ही लोगों का आना शुरू हो गया।
मुजफ्फरपुर : नरक निवारण चतुर्दशी व्रत को लेकर गुरुवार को बाबा गरीबनाथ मंदिर सहित विभिन्न शिवालयों में पूजा-अर्चना के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। सुबह मंदिर के पट खुलने के साथ ही लोगों का आना शुरू हो गया। जो दोपहर बाद तक जारी रहा। लोगों ने दिनभर निराहार रहने के बाद शाम में बेर खाकर व्रत खोला। बाबा गरीबनाथ मंदिर के प्रधान पुजारी पंडित विनय पाठक ने बताया कि इस दिन व्रत रखकर जो व्यक्ति भगवान शिव सहित मां पार्वती और गणपति की पूजा करते हैं, उन पर भगवान शिव अति प्रसन्न होते हैं। कहा जाता है कि इस व्रत के करने से व्यक्ति के पाप कट जाते हैं और व्यक्ति स्वर्ग में स्थान पाने का अधिकारी बनता है। भक्तों को भगवान शिव को बेलपत्र और खासतौर पर बेर जरूर भेंट करनी चाहिए। उधर, व्रत को लेकर ब्रह्मापुरा स्थित बाबा सर्वेश्वरनाथ मंदिर सह महामाया स्थान, गोला रोड स्थित दुर्गा स्थान, बालूघाट स्थित जंगली माई स्थान आदि जगहों पर भी पूजा-अर्चना को लेकर भक्तों की भीड़ रही।
बंदरा नरक निवारण चतुर्दशी पर जलाभिषेक : प्रखंड के मतलुपुर स्थित अतिप्राचीन मंदिर बाबा खगेश्वरनाथ महादेव स्थान में गुरुवार को नरक निवारण चतुर्दशी के अवसर पर पूजा अर्चना हेतु श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। मौके पर मंदिर न्यास समिति के रामकुमार त्रिवेदी, बैद्यनाथ पाठक, रामसकल कुमार, विपुल कुमार, संजय कुमार आदि मौजूद थे। मंदिर के प्रधान पुजारी राजन झा और गणेश झा ने बताया कि माघ महीने की अमावस्या से पहले चतुर्दशी को नरक निवारण चतुर्दशी कहते हैं। इस दिन भगवान शिव की अराधना और शिवलिंग पर जल अर्पित किया जाता है।