दरभंगा जिले में यूरिया की किल्लत से निबटने में सक्षम नैनो यूरिया
Darbhanga news आधा लीटर नैनो (लिक्विड) यूरिया 45 किलो सामान्य यूरिया के बराबर सभी इफको केंद्र पर उपलब्ध हुआ नैनो यूरिया किसानों को कृषि विभाग की सलाह सामान्य की जगह करें नैनो यूरिया का उपयोग फसलों के लिए बताया जा कारगर।
दरभंगा (बहादुरपुर), जासं। जिले में यूरिया की किल्लत को देखते हुए कृषि विभाग ने किसानों को नैनो यूरिया के इस्तेमाल की सलाह दी है। कृषि विभाग के माने तो आधा लीटर नैनो यूरिया एक बैग यानी 45 किलो के बराबर काम करता है। यदि नैनो यूरिया का चार एमएल एक लीटर पानी में घोलकर छिड़काव किया जाए तो इससे पौधों को पर्याप्त नाइट्रोजन मिल जाता है। घोल के रूप में रहने के कारण यह दानेदार यूरिया के अपेक्षा बेहतर काम करता है। मालूम हो छिड़काव के रूप में जब दानेदार यूरिया का प्रयोग किया जाता है, तो इसकी कुछ मात्रा बेकार हो जाती है। ऐसे में नीम कोटेड दानेदार यूरिया के मुकाबले नैनो यूरिया में अधिक कारगर है।
जाले कृषि विज्ञान केंद्र का प्रयोग रहा सफल
नैनो यूरिया के प्रयोग के संबंध में केवीके में प्रत्यक्षण भी कराया गया है। जाले कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक दिव्यांशु शेखर ने बताया कि प्रत्यक्षण के बाद इसका परिणाम काफी प्रभावी पाया गया। नैनो यूरिया सभी इफको केंद्र पर आसानी से उपलब्ध है। इसका छिड़काव फसल में सिचाई से पहले शाम के समय करना चाहिए।साथ ही इसके घोल में सर्फ, शैंपू, टिपोल का प्रयोग करना चाहिए। इसके प्रयोग से नैनो यूरिया पौधों से चिपका रहता है। इस प्रकार हम एक लीटर नैनो यूरिया 20.7 फीसदी नेत्रजन की प्राप्त होती है। दानेदार यूरिया से किफायती है नैनो यूरिया कृषि विभाग की माने तो दानेदार यूरिया की किल्लत से जहां किसान परेशान है। वहीं नैनो यूरिया लिक्विड के रूप में प्रत्येक इफको केंद्र पर उपलब्ध है। इसके आधे लीटर लिक्विड की कीमत 240 रुपया है। यह एक बैग दानेदार यूरिया के बराबर है।
यूरिया की किल्लत से परेशान हैं किसान
जिले में रबी की फसल के लिए 32 हजार एमटी दानेदार यूरिया की जरूरत है, लेकिन अभी 23 हजार एमटी यूरिया ही जिले को उपलब्ध हो सका है। यूरिया की किल्लत से जहां किसान परेशान है। वहीं किसानों के समक्ष कृषि विभाग ने नैनो यूरिया के इस्तेमाल का विकल्प दिया है। मालूम हो कि लिक्विड के रूप में तैयार यह नैनो यूरिया का इस्तेमाल पानी में घोल फसलों के पतियों पर करना है। यह काफी प्रभावशाली है वहीं यह पर्याप्त मात्रा में जिले के सभी केंद्र पर उपलब्ध है। नीम कोटेड दानेदार यूरिया की जगह किसान लिक्विड नैनो यूरिया का इस्तेमाल करें। यह काफी किफायती होने के साथ- साथ जिले में आसानी से उपलब्ध भी है। इसके इस्तेमाल से फसलों को पर्याप्त मात्रा में नेत्रजन मिलता है। इसका प्रयोग केवीके में किया जा चुका है. इसका परिणाम भी काफी सकारात्मक रहा है।
--यूरिया की किल्लत को देखते हुए नैनो यूरिया का छिड़काव से किसानों को काफी फायदा होगा। साथ ही दानेदार यूरिया की अपेक्षा नैनो यूरिया फसलों पर व्यापक रूप से उत्पादन एवं उत्पादकता को बढ़ावा देने की उम्मीद जताई जा रही है। - राधा रमन, जिला कृषि पदाधिकारी