Muzaffarpur Weather Today: जिला समेत पूरे उत्तर बिहार में अगले दो दिनों तक वर्षा की संभावना
डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा के मौसम विभाग द्वारा जारी बुलेटिन के अनुसार अगले 48 घंटों के बाद उत्तर बिहार के जिलों में वर्षा की सक्रियता में कमी आने की संभावना है। इसके बाद हल्की वर्षा हो सकती है।
मुजफ्फरपुर, जासं। उत्तर बिहार में अगले दो दिनों तक वर्षा की संभावना बनी रहेगी। उसके उपरांत वर्षा में कमी आने की उम्मीद है। डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा के मौसम विभाग द्वारा जारी बुलेटिन के अनुसार अगले 48 घंटों के बाद उत्तर बिहार के जिलों में वर्षा की सक्रियता में कमी आने की संभावना है। इसके बाद हल्की वर्षा हो सकती है। वही अगले 4 दिनों तक 10 से 12 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पुरवा हवा अगले दिन तक चलेगी। उसके बाद पछिया हवा चलने का अनुमान है। इस अवधि में अधिकतम तापमान 33से 36 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है। वहीं न्यूनतम तापमान 24 से 28 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है। मौसम विभाग के द्वारा मंगलवार को अधिकतम तापमान 34.2 एवं न्यूनतम तापमान 24.9 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। मौसम विभाग का यह भी बताना है कि उत्तर बिहार में भारी वर्षा की संभावना अभी नहीं है। इसको देखते हुए किसान धान की रोपनी को प्राथमिकता दें तथा जुलाई के अंत से पहले इसे संपन्न कर ले।
दरभंगा जिले में बुधवार को मौसम साफ रहा। आसमान में बादल छाए रहे। लेकिन, धूप ने भी अपना असर दिखाया। बारिश थम जाने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली है। शिवहर जिले में मौसम सामान्य हैं। आसमान में बादल छाए हुए है। हल्की हवा बह रही है दिन में हल्की बारिश का अनुमान है। आसमान में बादल छाए रहेंगे। धूप निकलेगी । कहीं-कहीं हल्की बारिश हो सकती है।
बूढ़ी गंडक के जलस्तर में कमी, बाढ़ का कहर जारी
जासं, मुजफ्फरपुर : जिले में बाढ़ का कहर जारी है। 10 प्रखंडों की 97 पंचायतें इसकी चपेट में हैं। तीन लाख से अधिक की आबादी इससे प्रभावित है। राहत की बात यह है कि खतरे के निशान से ऊपर बह रही बूढ़ी गंडक नदी के जलस्तर में लगातार गिरावट हो रही है। इसके एक से दो दिनों में खतरे के निशान से नीचे आने की संभावना जताई गई है। इससे शहर पर मंडरा रहा बाढ़ का खतरा टल गया है। बागमती एवं गंडक पहले से खतरे के निशान से नीचे बह रही है।
जिला प्रशासन की रिपोर्ट के अनुसार जिले की 11 पंचायतें पूर्ण एवं 88 आंशिक रूप से बाढ़ की चपेट में हैं। तीन लाख 12 हजार 474 आबादी इससे प्रभावित हुई है। उनके भोजन को लेकर 97 स्थानों पर सामुदायिक रसोईघर चलाए जा रहे हैं। कुछ इलाके से पानी निकलने के कारण सामुदायिक रसोईघरों की संख्या कम की गई है। बाढ़ पीडि़तों की जरूरत एवं उन्हें सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने के लिए 56 सरकारी एवं 198 निजी नावें चलाई जा रही हैं। नौ मेडिकल कैंप भी चलाए जा रहे हैं। जिला प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे बच्चों को पानी के पास खेलने नहीं जाने दें।