Move to Jagran APP

Muzaffarpur Weather Forecast : जिले समेत उत्तर बिहार के तराई क्षेत्रों में 30 के बाद होगी वर्षा

Muzaffarpur Weather Forecast दो मई तक के लिए मौसम विभाग ने जारी किया पूर्वानुमान। मैदानी भागों में भी एक- दो स्थानों पर होगा प्रभाव। मौसम विभाग के अनुसार इस अवधि में अधिकतम तापमान 36 से 41 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है।

By Ajit KumarEdited By: Published: Wed, 28 Apr 2021 10:58 AM (IST)Updated: Wed, 28 Apr 2021 10:58 AM (IST)
Muzaffarpur Weather Forecast : जिले समेत उत्तर बिहार के तराई क्षेत्रों में 30 के बाद होगी वर्षा
न्यूनतम तापमान 22 से 24 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की उम्मीद है।

मुजफ्फरपुर , जासं। जिला समेत उत्तर बिहार में 30 अप्रैल के बाद तराई के क्षेत्रों में हल्की वर्षा या बूंदाबांदी होगी। इसका प्रभाव मैदानी भागों में भी पड़ेगा। यह कहना है मौसम विभाग का। मंगलवार को जारी मौसम पूर्वानुमान में डॉ.राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा के मौसम विभाग के अनुसार उत्तर बिहार के जिलों में अगले 30 अप्रैल तक मौसम शुष्क रहने की संभावना है। उसके बाद तराई के अनेक स्थानों पर हल्की वर्षा या बूंदाबांदी हो सकती है। जिसका प्रभाव मैदानी भागों के एक- दो स्थानों पर पड़ सकता है। मौसम विभाग के अनुसार इस अवधि में अधिकतम तापमान 36 से 41 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है। जबकि न्यूनतम तापमान 22 से 24 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की उम्मीद है। सापेक्ष आद्र्रता सुबह में 45 से 55 प्रतिशत तथा दोपहर में 25 से 30 प्रतिशत रहने की संभावना है। पूर्वानुमानित अवधि में औसतन 10 से 14 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से पुरवा हवा चलने का अनुमान है।

loksabha election banner

वैज्ञानिकों ने किसानों के लिए जारी विशेष सलाह में कहा है कि कोरोना के गंभीर फैलाव को देखते हुए तैयार फसलों की कटाई तथा अन्य कृषि कार्यों के दौरान भारत सरकार द्वारा दिए गए दिशा निर्देशों, व्यक्तिगत स्वच्छता, मास्क का उपयोग, साबुन से उचित अंतराल पर हाथ धोना तथा एक-दूसरे के बीच फिजिकल दूरी (अर्थात कम से कम 1 मीटर यानी 3 फीट की दूरी) बनाए रखें। वहीं समसामयिक सुझाव में कहा है कि पूर्वानुमानित अवधि में 30 अप्रैल तक मौसम के शुष्क रहने की संभावना को देखते हुए किसान बसंतकालीन मक्का, पिछात बोई गई रबी मक्का, प्याज, सब्जियों की फसल एवं चारा फसलों में ङ्क्षसचाई शाम के समय करें। ध्यान दें कि, ङ्क्षसचाई करते समय हवा की गति कम हो। गेहूं की कटनी एवं दौनी के कार्य को प्राथमिकता दें। कटाई के बाद गेहूं को पूरी तरह सुखाकर भंडारित करें। भंडारण के लिए जुट के बोरे की व्यवस्था कर लें। बोरे को पलटकर अच्छी तरह धूप में सुखाकर कीट रहित कर लें।  


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.