Muzaffarpur Rainfall: पिछले दस सालों में इस महीने सबसे कम हुई बारिश, पढ़ें वर्षवार रिपोर्ट
मुजफ्फरपुर में इस वर्ष जुलाई में पिछले 10 सालों की तुलना में सबसे कम बारिश हुई है जो सामान्य से 180 मिमी कम है। कम वर्षा के कारण किसान चिंतित हैं और कई गांवों में पेयजल संकट गहरा गया है। हालांकि पिछले कुछ दिनों में हुई बारिश से थोड़ी राहत मिली है लेकिन मानसून की सक्रियता अभी भी कम है जिससे सामान्य बारिश का रिकॉर्ड टूटने की संभावना कम है।

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। सावन का महीना खत्म होने को है, लेकिन पिछले 10 सालों में पहली बार जुलाई में सबसे कम बारिश हुई है। यह सामान्य बारिश (304.8) से 180 मिमी कम है। इस महीने अब तक सिर्फ 120 मिमी बारिश हुई है। पिछले तीन सालों से यही स्थिति है। कम बारिश के कारण किसान चिंतित हैं और जिले के विभिन्न गांवों के लोग पेयजल संकट से भी जूझ रहे हैं।
कटरा और औराई जैसे प्रखंडों में, जहां इस महीने बाढ़ की स्थिति रहती थी, वहां टैंकरों से पेयजल आपूर्ति की जा रही है। ग्रामीण इलाकों में भूजल स्तर 25-30 फीसदी तक गिर गया है। हैंडपंप सूख गए हैं। हालांकि पिछले दो-तीन दिनों में हुई बारिश ने थोड़ी राहत जरूर दी है, लेकिन महीना खत्म होने में अब सिर्फ दो दिन ही बचे हैं।
उत्तर बिहार में मानसून रेखा की सक्रियता अभी भी पूरी तरह से नहीं दिख रही है। इस वजह से सामान्य बारिश का रिकॉर्ड टूटने की संभावना कम है। जिला सांख्यिकी कार्यालय द्वारा पिछले 10 वर्षों का आंकड़ा तैयार किया गया है।
बताया गया कि वर्ष 2019-20 में सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई, जिसने सामान्य बारिश का रिकॉर्ड तोड़ दिया। उस दौरान वर्ष 2019 में 541.4 मिमी और 2020 में 583.2 मिमी बारिश दर्ज की गई थी। जो पिछले दस वर्षों में सबसे अधिक है।
तीन दिनों से है राहत : जिले के विभिन्न प्रखंडों में पिछले तीन दिनों से हल्की से मध्यम बारिश हो रही है। इससे राहत मिली है। 27 तारीख को जारी रिपोर्ट के अनुसार, सबसे अधिक बारिश मोतीपुर और कांटी में दर्ज की गई। मोतीपुर में 23.2 मिमी और कांटी में 22.4 मिमी बारिश हुई।
गायघाट में शून्य, सरैया में 1.2, सकरा में 2.2, औराई में 2.4, कटरा में 2.8, मड़वन में 2.8, बंदर में 16.8, बोचहां में 5.8, कुढ़नी में 8.2, मीनापुर में 5.4, मुरौल में 5.2, मुशहरी में 14.8, पारू में 2.2 और साहेबगंज में 9.4 मिमी बारिश हुई। इस दौरान आसमान में बादल छाए रहने और पुरवा हवा चलने से राहत मिली।
पिछले दस वर्षों में जुलाई में वर्षा का रिकॉर्ड
वर्ष | वर्षा (मिमी) |
---|---|
2015 | 130.6 |
2016 | 227.3 |
2017 | 388.2 |
2018 | 146.8 |
2019 | 541.4 |
2020 | 583.2 |
2021 | 219.5 |
2022 | 180.2 |
2023 | 128.0 |
2024 | 182.6 |
2025 | 120.3 |
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।