Move to Jagran APP

मुजफ्फरपुर: नकली नोट छापने की मशीन की बरामदगी को लेकर पुलिस कर रही छापेमारी

अजय की गाड़ी का चालक गोलू निकला हत्या का आरोपित। गिरफ्तार अजय सहित सभी नौ आरोपितों को भेजा गया जेल। पुलिस सूत्रों ने बताया कि पूर्वी चंपारण के पताही थाना क्षेत्र व सीतामढ़ी में लगातार छापेमारी की जा रही है।

By Ajit KumarEdited By: Published: Thu, 05 Aug 2021 06:37 AM (IST)Updated: Thu, 05 Aug 2021 06:37 AM (IST)
मुजफ्फरपुर: नकली नोट छापने की मशीन की बरामदगी को लेकर पुलिस कर रही छापेमारी
अजय महतो अपने घर में नकली नोटों की छपाई करता था। इसमें उसकी पत्नी व दो पुत्र सहयोग करता था।

मुजफ्फरपुर, जासं। एनएच-28 पर मोतीपुर थाना क्षेत्र के रतनपुरा गांव के निकट गिरफ्तार भारतीय नकली नोट के धंधेबाजों के ठिकाने पर पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। इस छापेमारी का मुख्य फोकस नोट छापने वाली मशीन की बरामदगी है। हालांकि पुलिस को इसमें अब तक सफलता नहीं मिली है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि पूर्वी चंपारण के पताही थाना क्षेत्र व सीतामढ़ी में लगातार छापेमारी की जा रही है।

loksabha election banner

गोलू को रिमांड पर लेगी पताही पुलिस

भारतीय नकली नोट छापने व खपाने का मास्टर माइंड पूर्वी चंपारण जिला के पताही थानाा क्षेत्र के रतन शायर निवासी अजय महतो के गाड़ी का चालक इसी थाना क्षेत्र के बारा शंकर गांव का गोलू सिंह एक लड़की की हत्या का आरोपित है। उसके खिलाफ पताही थाने में प्राथमिकी दर्ज है। वह इस मामले में फरार था। पताही थाना पुलिस उसे इस मामले में न्यायिक रिमांड पर लेगी।

कोर्ट में किया गया पेश

भारतीय नकली नोट के नौ धंधेबाजों को मोतीपुर थाना पुलिस ने कोर्ट में पेश किया। जहां से सभी को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। इसमें धंधे का मास्टरमाइंड पूर्वी चंपारण जिला के पताही थाना के रतन शायर गांव का अजय महतो, उसकी पत्नी सुनीता देवी, पुत्र मधुरंजन कुमार, चितरंजन कुमार, राकेश महतो, राजा कुमार, बाराशंकर गांव का गोलू सिंह, पकड़ीदयाल थाना के शेखपुरवा गांव का मनोज कुमार व मुजफ्फरपुर जिला के रामनगर गांव के मुखिया का पुत्र मंजीत कुमार सिंह शामिल है।

घर में करता था नकली नोटों की छपाई

अजय महतो अपने घर में नकली नोटों की छपाई करता था। इसमें उसकी पत्नी व दो पुत्र सहयोग करता था। सीतामढ़ी के एक रिश्तेदार भी उसी के निर्देशन में अपने घर में नोटों की छपाई करता था। नोट को खपाने में वह भाड़े की लक्जरी गाड़ी का प्रयोग करता था। किसी को शक नहीं हो इसके लिए वह अपनी पत्नी व पुत्रों के साथ उस गाड़ी से निकलता था। मुजफ्फरपुर में रामनगर के मुखिया पुत्र मंजीत नकली नोट खपाने में सबसे आगे था। स्कैनर व प्रिंटर की मदद से नकली नोट छापी जाती थी। नोट असली दिखे इसके लिए अजय नेपाल से विशेष कागज मंगाता था।  


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.