अब मुजफ्फरपुर सदर अस्पताल में लगने जा रही नई मशीन, मरीजों को मिलेगी यह खास सुविधा
Muzaffarpur News इलेक्ट्रोलाइट एनालाइजर लगने के बाद एईएस पीडि़त बच्चों के इलाज में मिलेगी मदद होगी सोडियम पोटेशियम क्लोराइड और बाइकार्बोनेट जांच। अभी ग्लूकोमीटर से होती है जांच अस्पताल में भर्ती नवजात के इलाज में भी मिलेगी मदद।
मुजफ्फरपुर, जागरण संवाददाता। Muzaffarpur News: सदर अस्पताल में अब एक्यूट इंसेफ्लाइटिस सिंड्रोम (एईएस) से पीडि़त बच्चों की सोडियम, पोटैशियम, क्लोराइड और बाइकार्बोनेट जांच हो पाएगी। इसके लिए यहां के पैथोलाजी विभाग में इलेक्ट्रोलाइट एनालाइजर लगेगा।
अभी ग्लूकोमीटर से हो रही जांच
अभी सदर अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले बच्चों की जांच के लिए ग्लूकोमीटर उपलब्ध है। इससे केवल ग्लूकोज की मात्रा की जांच हो पाती है। इलेक्ट्रोलाइट एनेलाइजर लगने से एक जगह अन्य जांच भी हो पाएगी। इससे मरीज के इलाज में काफी सहूलियत होगी। फिलहाल यह सुविधा श्री कृष्ण मेडिकल कालेज एवं अस्पताल (एसकेएमसीएच) मेें ही उपलब्ध है।
एईएस पीडि़त बच्चों की जांच में सुविधा
सिविल सर्जन डा. यूसी शर्मा ने बताया कि इलेक्ट्रोलाइट एनालाइजर आने से एईएस पीडि़त बच्चों की जांच में सुविधा होगी। इससे कम से कम बच्चों को सदर अस्पताल से श्री कृष्ण मेडिकल कालेज एंड हास्पिटल (एसकेएममसीएच) रेफर करना पड़ेगा। विभाग की ओर से नई मशीन मिल गई है। इसे तत्काल पैथोलाजी सेंटर में लगाया जाएगा। अभी जो इलाज का प्रोटोकाल जारी किया गया है, उसके हिसाब से एईएस मरीज के इलाज के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) का निर्धारण है। इसमें सीरम इलेक्ट्रोलाइट जांच अनिवार्य है। इस जांच से ही मरीज की वास्तविक स्थिति का आकलन किया जाता है और उसके अनुसार आवश्यक दवाएं दी जाती हैं। सीएस ने बताया कि गर्मी में एईएस के मरीज आते है। बरसात के साथ मरीज का आना कम हो जाता है। जब एईएस के मरीज नहीं होंगे तो सदर अस्पताल परिसर में चल रही नवजात गहन चिकित्सा इकाई (नीकू) व पीकू में इलाज में लाभ मिलेगा।
इलेक्ट्रोलाइट के संतुलन को जांचेगी मशीन
इलेक्ट्रोलाइट रक्त में पाए जाने वाले तत्व हैं। सोडियम, पोटेशियम, क्लोराइड और बाइकार्बोनेट का टेस्ट निर्धारित करता है कि कहीं हमारे खून में इलेक्ट्रोलाइट असंतुलित तो नहीं हैं। यह जांच रक्त या मूत्र परीक्षण से किया जा सकता है।
मुजफ्फरपुर के साथ इन जगहों पर होगी जांच की सुविधा
जानकारी के अनुसार, मुजफ्फरपुर के साथ पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी, समस्तीपुर, दरभंगा, वैशाली, पटना, गोपालगंज, सारण, सीवान के सदर अस्पतालों में यह सुविधा मिलेगी। सिविल सर्जन डा.यूसी शर्मा ने कहा कि सदर अस्पताल में इलेक्ट्रोलाइट एनालाइजर मुख्यालय से आया है। टेक्नीशियन के लिए मुख्यालय से संपर्क किया जा रहा है। इस बीच पैथोलाजी विभाग के टेक्नीशियन को प्रशिक्षित कर जांच होगी।